चंडीगढ़ | आए दिन पति-पत्नी के झगड़े कोर्ट की दहलीज तक पहुंच जाते हैं. इनमें से कुछ मामले ऐसे होते हैं जिनमें कोर्ट का भी माथा घूम जाए. ऐसा ही मामला हिसार से सामने आया है. जानकारी के अनुसार यहां रहने वाले एक पति की दलील को मानकर तलाक लेने का फैसला दे दिया. पति के दिए गए जिन दलीलों को आधार मानकर तलाक मिला है वो चौंकाने वाला है. पति का कहना है कि वह अपनी पत्नी के साथ बिल्कुल खुश नहीं है. पति का कहना है कि उसकी शादी के बाद से उसकी पत्नी ने उसे इतनी मानसिक यातनाएं दी है कि अब उसका वजन 21 किलो तक घट गया है. पति का कहना है कि उसका वजन पहले 75 किलो हुआ करता था जो घटकर 53 किलो रह गया है.
इस पूरे मामले में कोर्ट के जज ने कहा कि पत्नी द्वारा लगाए गए आरोप किसी भी प्रकार से सिद्ध नहीं होते. जज ने कहा कि कोर्ट में इस तरह के कोई सबूत नहीं मिले कि पति या पत्नी के परिवार की ओर से दहेज मांगा गया. उल्टा पति के घर वालों ने पत्नी के घर वालों को समय-समय पर पैसे भेजे हैं. इसके साथ ही घरेलू हिंसा के संबंध में पत्नी के द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित ना कोई सबूत पेश किए गए और ना ही कोई गवाह. इधर, कोर्ट ने कहा कि लड़के वालों और उनके पड़ोसियों द्वारा दिए गए बयान के अनुसार महिला का स्वभाव काफी झगड़ालू है. जिस कारण घर में झगड़े होते रहते थे ऐसे में दोनों का अलग होना ही सही है.
पीड़ित पति ने कहा कि इनकी शादी 2012 में हुई थी. शादी से दोनों को एक बेटी भी है. पीड़ित पति की दलील थी कि उसकी पत्नी काफी गुस्से वाली और फिजूलखर्ची महिला है. पति का कहना है कि उसकी पत्नी ने कभी भी परिवार के साथ सामंजस्य बैठाने की कोशिश नहीं की. ना तो पत्नियों से टाइम पर खाना देती थी ना ही कभी भी उसके लिए लंच ही तैयार करके दिया. यही कारण है कि उसका वजन इतना घट गया है कि वह शारीरिक रूप से कमजोर हो गया.