रायपुर, 21अक्टूबर । जनसंपर्क सहित विभिन्न विभागों में राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की लगातार की जा रही पदस्थापनाओं पर रोक लगेगी । कतिपय कारणों से की गई ऐसी नियुक्तियों को निरस्त किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कल यहां उनके निवास कार्यालय में श्री कमल वर्मा के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ राजपत्रित अधिकारी संघ और छत्तीसगढ़ जनसंपर्क अधिकारी संघ के पदाधिकारियों से हुई मुलाकात में यह बात कही। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को देश में सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्री चुने जाने पर बधाई और शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने पर कहा कि इस उपलब्धि में सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान है। इसके लिए उन्होंने अधिकारी-कर्मचारियों को भी बधाई दी।
छत्तीसगढ़ राजपत्रित अधिकारी संघ के प्रांताध्यक्ष श्री कमल वर्मा इस अवसर पर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर अधिकारी-कर्मचारियों की विभिन्न मांगों की ओर उनका ध्यान आकृष्ट कराया। श्री वर्मा ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि जनसंपर्क, छत्तीसगढ़ संवाद सहित अन्य विभागों में स्वीकृत सेटअप के अनुसार ही अधिकारियों की पदस्थापना की जाए। पदस्थापना में विभाग के ही वरिष्ठ अधिकारियों को प्राथमिकता मिले। इसी तरह प्रतिनियुक्ति के पदों पर भी नियमानुसार संबंधित विभाग के अधिकारियों की पदस्थापना की जानी चाहिए। श्री वर्मा ने इसके साथ ही मुख्यमंत्री से अधिकारी-कर्मचारियों के हित में राज्य प्रशासनिक अभिकरण (सेट) को पुनः प्रारंभ करने, अधिकारी-कर्मचारियों को रायपुर में रियायती दर पर आवासीय भूमि आबंटित करने, सभी विभागों के राजपत्रित अधिकारियों के लिए एक राज्य एक नीति लागू करते हुए एक समान सेवा नियम बनाने, 8, 16, 24 और 30 साल की सेवा पूर्ण होने पर उच्च स्तरीय पदोन्नत वेतनमान देने, प्रदेश के कर्मचारियों एवं पेंशनरों को लंबित 11 प्रतिशत महंगाई भत्ता शीघ्र स्वीकृत करने, गोपनीय चरित्रावली की प्रक्रिया को सरल और ऑनलाईन करने तथा रिक्त पदों पर भर्ती तथा पदोन्नति में आ रही कठिनाइयों का शीघ्र निराकरण करने का अनुरोध किया है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने अधिकारी-कर्मचारियों की मांगों को गंभीरता से लिया और इन मांगों को पूरा करने के लिए शीघ्र ही यथोचित कार्यवाही करने की बात कही।
प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश अध्यक्ष के साथ,श्री भूपेंद्र पांडे,श्री अविनाश तिवारी,श्री पूषण साहू,श्री जे. एल. दरियो,श्री संजीव तिवारी,श्री पी . एल. सहारा,श्री हीरा देवांगन,श्री पवन गुप्ता,श्री तारकेश्वर देवांगन उपस्थित थे।