रायपुर, 7 जनवरी । किन्नर समाज में अभूतपूर्व योग्यता और प्रतिभा है। वे अपनी प्रतिभा को पहचाने और आगे बढ़े। किन्नर समाज में अभूतपूर्व ऊर्जा है। यदि यह समाज संगठित हो जाए तो उन्हें आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता। वे आर्शीवाद देगें छत्तीसगढ़ सहित पूरा देश सुख समृद्धि से परिपूर्ण हो और उन्नति के राह में निरंतर आगे बढ़े। यह बात सुश्री अनुसुईया उइके ने कही। वे राजधानी में आयोजित 20वें अखिल भारतीय किन्नर महासम्मेलन को संबोधित कर रही थी। उन्होंने इस अवसर पर किन्नर समाज की वेबसाइट डब्लयू.डब्लयू.डब्लयू डॉट सीजीकिन्नर कल्याण डॉट.ओआरजी का लोकार्पण किया। साथ ही अखिल भारतीय किन्नर समाज को वार्षिक कैलेण्डर का विमोचन किया।
राज्यपाल ने कहा कि यह मेरे जीवन में पहली बार अवसर आया कि ऐसे कार्यक्रम में शामिल हो रही हूं। मैं अपने आप को धन्य मानती हूं कि मुझे इस कार्यक्रम के माध्यम से किन्नर समाज के पास आने को मिला। उन्होंने कहा कि किन्नर हमारे समाज के वे नागरिक है जिनके मुख से निकले शब्द सर्वदा पुण्यकारी होते हैं। ये ईश्वर की वे संतान हैं जो सर्वजनों के कल्याण की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम ने किन्नरों को मंगलामुखी की संज्ञा दी थी। प्राचीनकाल से किन्नर समाज ऐसा वर्ग है जो आत्मसम्मान से जीता है। वे समाज को ईमानदारी और मेहनत से जीवन जीने की सीख देते है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में जब धर्म जाति के भेदभाव देखने को मिल रहे हैं। ऐसी परिस्थितियों में आज भी किन्नर सर्वधर्म सद्भाव के सिद्धांत पर काम करते है। सभी धर्म के लोग उनका सम्मान करते है।
राज्यपाल ने कहा कि किन्नर समाज जागरूक है और सभी के साथ कंधा से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रहा है। किन्नर समाज के प्रतिनिधियों ने निर्वाचन में हिस्सा लिया और जीत भी दर्ज की। आज केंद्र सरकार द्वारा उनके कल्याण के लिए कई योजनाए चलाई जा रही है। छत्तीसगढ़ में उनके कल्याण के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे है। यह गर्व कि बात है छत्तीसगढ़ में इस समाज के प्रतिनिधि पुलिस सेवा में भर्ती होकर देश की सेवा कर रहे है। इसके लिए उन्हें शुभकामनाएं देती हूं। सुश्री उइके ने आग्रह किया कि इस समाज के लोग आगे आएं और अपने समाज को शिक्षित करें और शासन की योजनाओं का लाभ लेते हुए आत्मनिर्भर बनें। राज्यपाल ने कार्यक्रम के दौरान प्रतिभावान बच्चों को पुरस्कृत किया। राज्यपाल ने जनहित रहमत फाउंडेशन की सराहना करते हुए कहा कि यह अच्छी बात है कि ऐसी संस्थाएं धन्यवाद के पात्र है जो किन्नर समाज को आगे लाने के लिए कार्य कर रही है। श्री सोनी ने एप के बारे में बताया कि किन्नर समाज की वेबसाइट से असली और नकली उनकी पहचान की जा सकेगी। इस वेबसाइट में किसी किन्नर के नाम दर्ज करने पर असली की पहचान की जा सकेगी। उन्होंने बताया कि किन्नरों के कल्याण के लिए कार्य किए जा रहे है। भविष्य में निःशुल्क कोचिंग की जाएगी, जिसमें आधी सीट किन्नरों के लिए आरक्षित रहेगी। कार्यक्रम को राष्ट्रीय महिला आयोग की सलाहकार मंडल की सदस्य श्रीमती हर्षिता पांडे, श्री उमाशंकर व्यास ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर अखिल भारतीय किन्नर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सुश्री ज्योति नायक किन्नर, प्रदेश उपाध्यक्ष सुश्री नगीना नायक किन्नर सहित बड़ी संख्या में किन्नर समाज के सदस्य उपस्थित थे।