अर्जुनी- शुक्रवार को अल्ट्राटेक रावन में लॉजिस्टिक डिपार्टमेंट के तत्वधान में ट्रक की यार्ड में योग प्राणायाम का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें योग शिक्षक दीपक कुमार वर्मा के द्वारा विभिन्न प्रकार के प्राणायाम ,योगाभ्यास कराया गया। इनके द्वारा बताया गया की योग हमारे शरीर के साथ-साथ हमारे मन को भी स्वस्थ रखता है। योग से आनंद की अनुभूति होती है जैसे एक तरफ सुख और दूसरी तरफ दुःख होता है
जबकि आनंद सुख से भी ऊपर होता है।
जब पहली बार योग करते है तब समझ में आता है आनंद क्या होता है। उस आनंद की अनुभूति ना भोग में, ना संभोग में और ना ही अन्य किसी क्षणिक सुखों में है।योग शब्द के दो अर्थ बताये गये हैं और दोनों ही अर्थ जीवन के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। पहला अर्थ है- जोड़ और दूसरा अर्थ है- समाधि (ध्यान)। जब तक हम अपने शरीर को योग कला से नहीं जोड़ते, ध्यान तक जाना असंभव हैं। ऊपर हमने जिस आनंद की चर्चा की उसकी सीढ़ी योग के दूसरे अर्थ ध्यान से शुरू होती है।
ध्यान योग का अतिमहत्वपूर्ण भाग है। ध्यान के माध्यम से शरीर और मस्तिष्क का संगम होता है। ध्यान यानि मेडिटेशन का डंका हमारे देश से भी ज्यादा विदेशों में गूंज रहा है।
आज के समय में जीवनयापन के लिए दिन-रात भाग-दौड़, काम का प्रेशर, रिश्तो में अविश्वास और दूरी आदि के कारण तनाव बहुत ही तेजी से बढ़ रहा है।
ऐसे माहौल में मेडिटेशन से बेहतर और कोई विकल्प नहीं है। ध्यान से मानसिक तनाव दूर होता है और मन को गहन आत्मिक शांति महसूस होती है जिससे कार्य शक्ति में वृद्धि होती है, नींद अच्छी आती है, मन की एकाग्रता एवं धारणा शक्ति बढती है। इस कार्यक्रम में लाजिस्टिक विभाग के प्रमुख रत्नेश शुक्ला, राजेंद्र, भुनेश्वर वर्मा, युगल शर्मा, दुर्गा,मुकेश, सुशांत, दिग्विजय,राजीव, ट्रांसपोर्टर अशोक तिवारी, राजेश वर्मा सहित ड्राइवर उपस्थित रहे।