अर्जुनी – ग्राम मटिया में श्रीमद भागवत महापुराण कथा का आयोजन ग्रामवासियों की ओर से किया गया था। व्यास पीठ पर पंडित अशोक कृष्ण शर्मा जी (सगुनी) कथावचन किया। श्रीमदभागवत महापुराण कथा के विराम दिवस पर विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित समाजसेवी एवं जिला पंचायत रायपुर के उपाध्यक्ष टंक राम वर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे। ग्राम वासियों की ओर से सरपंच प्रतिनिधि भीम लाल वर्मा ने स्वागत किया। समाजसेवी टंक राम वर्मा ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा हमें कहीं भी मिल सकती है,किसी भी विद्यालय महाविद्यालय में जाकर शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं लेकिन संस्कार के लिए कोई विद्यालय नहीं हैं। संस्कार केवल राम कथा और श्रीमद् भागवत कथा से ही मिल सकती है इसीलिए अपने बच्चे एवं परिवार को इस कथा से जोड़ना आवश्यक है। शिक्षा से हमारी बुद्धि ठीक होती है और संस्कार से हमारा स्वभाव ठीक होता है। जीवन में सफलता पाने के लिए या ऊंचाई तक पहुंचने के लिए शिक्षा आवश्यक है और उस ऊंचाई पर बने रहने के लिए संस्कार जरूरी है। इसीलिए शिक्षा के साथ संस्कार जरूरी है। आज शिक्षा के क्षेत्र में बहुत आगे बढ़ रहे हैं लेकिन संस्कार देने में पीछे हो रहे हैं इसी कारण आज घर परिवार में कलह हो रहे हैं। मर्यादा एवं अनुशासन नष्ट हो रहा है। कोई किसी का बात नहीं सुन रहा है। इसीलिए बच्चों को बाल्यकाल से ही संस्कार देना आवश्यक है l बड़ा होने के बाद आप उनको नहीं बदल सकते। श्रीमद् भागवत कथा में ग्रामीणों के अलावा आसपास गांव के हजारों श्रद्धालुओं ने कथा का रसपान किया। इस अवसर पर श्रीमती खोमिन भीम वर्मा सरपंच, राम चंद्र साहू उपसरपंच, उत्तम वर्मा, उमाशंकर वर्मा, निक्कू ठाकुर, संतोष साहू, श्रीमती बिंदा वर्मा, सरोज वर्मा, ममता साहू, महिमा वर्मा, देवजनी बाई साहु, राधा बाई वर्मा, भान मति साहू, हीराबाई वर्मा, शांति बाई उपस्थित थे।