जब चिटफंड राज चल रहा था तब कहां थे विष्णुदेव
रायपुर/ 19 अप्रैल 2022। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि जब छत्तीसगढ़ में चिटफंड राज चल रहा था, तब विष्णुदेव कहां थे? कांग्रेस ने जनघोषणा पत्र के 90 फीसदी वादे पूरे कर दिये हैं जिनमें भाजपा शासनकाल में राज्य की जनता से लूटी गई रकम वापस लौटाने का वादा भी शामिल है। कांग्रेस ने वादा किया था कि चिटफंड कंपनियों द्वारा लूटी गई रकम वापस लौटायेगी तो यह वादा निभाया जा रहा है। अब तक हजारों निवेशकों को रकम लौटाई जा चुकी है। चिटफंड कंपनियों की संपत्ति कुर्क करके उस रकम को निवेशकों को वितरित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगातार निवेशकों को उनका पैसा लौटा रहे हैं। भाजपा ने चिटफंड कंपनियों को संरक्षण देकर जनता की कमाई लुटवाई, कांग्रेस वापस लौटा रही है तो भाजपा के पेट में दर्द हो रहा है। भाजपा तथ्यहीन आरोप लगाकर भ्रम फैलाने की विफल कोशिश कर रही है। भाजपा के राज में चिटफंड कंपनियों के प्रति जनता ने इसलिए भरोसा करके अपनी मेहनत की कमाई लुटवाई क्योंकि तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह का परिवार इनके प्रमोटर या ब्रांड एम्बेसडर जैसी भूमिका निभा रहा था। जब भाजपा सरकार की नाक के नीचे छत्तीसगढ़ की जनता लुट रही थी तब भाजपा के नेता चुप क्यों थे। क्या इन सबको चुप्पी साधने की कीमत मिल रही थी।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा अपने जनविरोधी एजेंडे पर अब भी चल रही है। वह सरकार में रहते हुए जनता को चिटफंड कंपनियों से लुटवा रही थी। कमीशनखोरी के लिए गैरजरूरी कर्ज लेकर छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था को तहस नहस कर रही थी। जनता ने कांग्रेस पर भरोसा करके भाजपा का सफाया कर दिया है तो अब जनता के हित में हो रहे काम का भी विरोध भाजपा के नेता कर रहे हैं। जिन्हें जनता के कल्याण और विकास का विरोध करने का बड़ा दंड खैरागढ़ में मिला है। जहां भाजपा जिला बनाने का विरोध कर रही थी। अब अगले चुनाव में उसके जड़मूल से उखड़ना तय है। विष्णुदेव साय चिंता न करें। उनके राज में चिटफंड कंपनियों से लुटी जनता को उसकी रकम मिल रही है और यह सिलसिला तब तक जारी रहेगा, जब तक सभी निवेशकों को न्याय नहीं मिल जाता। भूपेश हैं इसलिए जनता को भरोसा है कि जो कहा, वह किया है और करते रहेंगे। छत्तीसगढ़ में अन्याय का अंत भाजपा सरकार के अंत के साथ ही हो चुका है। अब न्याय हो रहा है।