जल जीवन मिशन के कार्यों में लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्त: मंत्री गुरू रूद्रकुमार


मिशन संचालक ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जल जीवन मिशन के कार्यों की राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक ली 

रायपुर, 14 फरवरी 2021/ लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत संचालित गतिविधियों में लापरवाही बरतने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। मंत्री गुरू रूद्रकुमार के निर्देश पर जल जीवन मिशन के कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण करने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। संचालक जल जीवन मिशन श्री एस. प्रकाश ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी कार्यपालन अभियंता और अधीक्षण अभियंताओं की जल जीवन मिशन के अंतर्गत जिलों में चल रहे कार्यों की समीक्षा की। 
बैठक में मिशन संचालक ने अधिकारियों को सभी जिलों को प्राथमिकता के आधार पर रेट्रोफिटिंग के कार्यों की डीपीआर बनाकर उसकी तकनीकी स्वीकृति कराने के पश्चात् जिला जल एवं स्वच्छता मिशन से प्रशासकीय स्वीकृति तैयार रखने और 15 मार्च 2021 तक सभी रेट्रोफिटिंग योजनाओं के निविदा आमंत्रण का कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एकल ग्राम योजना (एसव्हीएस) में जिनका सर्वे नहीं हुआ है, उन ग्रामों का सर्वे कराकर डीपीआर बनाने हेतु प्रारूप निविदा उपलब्ध करायी जाएगी और साथ ही साथ सर्वे एवं डीपीआर की निविदा अविलंब आमंत्रित करें। एकल ग्राम योजना (एसव्हीएस) जिले की प्राथमिकता के आधार पर कलस्टर (लगभग 25-25 ग्राम) बनाकर करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही बचे हुए सर्वे को पूर्ण कर सभी एकल ग्राम योजना (एसव्हीएस) की निविदा प्रक्रिया 15 मई 2021 तक पूर्ण करें। जल जीवन संचालक श्री एस. प्रकाश ने सभी मुख्य अभियंता को अपने परिक्षेत्र के अंतर्गत जिलों में प्रस्तावित समूह ग्राम योजना (एमव्हीएस) की तकनीकी स्वीकृति 15 मई 2021 तक जारी करने की कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में बताया कि सभी जिलों को निर्देश दिए गए है कि समूह ग्राम योजना (एमव्हीएस) में आवश्यक जल की मात्रा की जानकारी 15 मार्च 2021 तक राज्य स्तरीय जल संग्रहण समिति (छत्तीसगढ़) को उचित माध्यम से प्रस्तुत करें। 
इसी प्रकार सोलर पंप पर आधारित योजनाएं जिनकी प्रशासकीय स्वीकृति जारी हो चुकी है, उनका क्रेडा एक सप्ताह में कार्यादेश जारी कर प्राथमिकता के आधार पर कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान संचालक श्री एस. प्रकाश को अवगत कराया गया कि जगदलपुर परिक्षेत्र में पिछले 5 माह में एकल ग्राम योजना (एसव्हीएस) में किसी भी ग्राम की योजना की तकनीकी स्वीकृति नहीं हुई है। इस पर उन्होंने कार्य की प्रगति को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए मुख्य अभियंता जगदलपुर परिक्षेत्र को व्यक्तिगत रूप से इन कार्यों के लिए मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। जगदलपुर परिक्षेत्र के बीजापुर जिले के कार्यों की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने सुकमा जिले के समूह ग्राम योजना (एमव्हीएस) के प्रस्ताव पर पुनः विचार करने की बात कही। उन्होंने जगदलपुर परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता को सुकमा जिले में प्रस्तावित समूह ग्राम योजना (एमव्हीएस) का एक सप्ताह में निरीक्षण कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोण्डागांव जिले का रेट्रोफिटिंग कार्य संतोषजनक नहीं है। इसे पूर्ण करने के लिए आवश्यक योजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी जिले उच्च स्तरीय जलागार निर्माण हेतु अपने जिले के शासकीय इंजीनियरिंग और पॉलीटेक्नीक महाविद्यालयों के प्राचार्य से संपर्क कर स्वाईल बेयरिंग केपेसिटी टेस्ट करवाने के निर्देश दिए। इस वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में प्रमुख अभियंता सहित रायपुर, बिलासपुर और जगदलपुर परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता की उपस्थित थे।

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