सूरजपुर,समस्त सरकारी विभागों में मुख्यमंत्री बघेल ने अपनी पैनी नज़र बनाई रखी है, जहां कहीं भी अनियमितता एवं भ्रष्टाचार से लिप्त अधिकारी नज़र आ रहे हैं या उनके संज्ञान में उनकी कमियों एवं त्रुटियों की खबर मिल रही है, उन सख़्त कार्यवाही के निर्देश दिए जा रहे हैं, कुछ इसी तरह, उन्होंने 3 दिन के अंदर 5 अधिकारियों-कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है, जहां इन दिनों मुख्यमंत्री बघेल 90 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री बघेल के इन सख़्त निर्देशों को देखते हुए भ्रष्ट अधिकारियों को घोर चिंतन करना पड़ रहा है, जहां मुख्यमंत्री बघेल के इस दौरे का मुख्य उद्देश्य समस्त सरकारी योजनाओं की सच्चाई धरातल से जुड़ी हुई हकीकत देखना है, जिस पर मुख्यमंत्री का दौरा 90 विधानसभा क्षेत्रों में होना है, जिसे भेंट मुलाकात कार्यक्रम से संबोधित किया जा रहा है।
4 मई को बलरामपुर जिले के सामरी विधानसभा के कुसमी पहुंचे मुख्यमंत्री बघेल को एक महिला ने गरीबी रेखा सूची से नाम काटने और राशन कार्ड नहीं बनने की शिकायत की, जिसपर मुख्यमंत्री ने नगर पंचायत कुसमी के सीएमओ को तत्काल निलंबित कर दिया था।
जिसके पश्चात विधानसभा रामानुजगंज के सनावल में जनता की शिकायतों को सुनने के बाद कन्हर अंतर्राज्यीय परियोजना के अंतर्गत भू-अर्जन प्रकरणों के त्वरित निराकरण में लापरवाही बरतने के कारण कार्यपालन अभियंता कार्यालय अधीक्षण अभियंता श्याम बरनई परियोजना मण्डल अम्बिकापुर उमाशंकर राम को निलंबित कर दिया।
वहीं, वाड्रफनगर अनुविभाग के रघुनाथनगर में मुख्यमंत्री से पटवारी द्वारा किसानों से रिश्वत लेने की शिकायत की गई, इस पर मुख्यमंत्री बघेल ने रघुनाथनगर की चौपाल में आम नागरिकों की शिकायत पर तत्काल कार्यवाही करते हुए पटवारी पन्नेलाल सोनवानी को निलंबित करने के निर्देश दिए।
जिसके पश्चात अपना दौरा जारी रखते हुए मुख्यमंत्री बघेल का आगमन रघुनाथनगर से सूरजपुर जिले के प्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम गोविंदपुर में हुआ, जहां आवर्ती चराई एवं गौठान निर्माण में उदासीनता बरतने पर वन मंडलाधिकारी समेत तीन अधिकारियों को तत्कालीन प्रतिक्रिया देते हुए निलंबित कर दिया गया। मुख्यमंत्री ने वन मंडलाधिकारी मनीष कश्यप, पूर्व प्रभारी वन मंडलाधिकारी बीएस भगत और वन परिक्षेत्र अधिकारी संस्कृति वारले को निलंबित कर दिया है।
साथ ही साथ मुख्यमंत्री बघेल ने गोविंदपुर में भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान क्षेत्र के विकास के लिए कई बड़ी घोषणाएं की जिसमें, माता राजमोहिनी समाधि स्थल परिसर में गेट निर्माण, सौंदर्यीकरण और अहाता निर्माण के लिए 50 लाख रुपए देने की घोषणा की है, झरिया ज्वाला देवी का सौंदर्यीकरण किया जाएगा, 33/11 केवी सबस्टेशन की स्थापना की घोषणा. इससे 95 गांवों को फायदा होगा, हाथी की समस्याओं से निपटने के लिए 11 गांव की 33 जगहों पर सोलर लाइट लगाए जाएंगे, गोविंदपुर में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की शाखा खोलने की घोषणा, 11 नंबर चौकी से रमकोटा मार्ग निर्माण की घोषणा की है।