रायपुर। नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र मामले को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने आज रायपुर में पत्रकार वार्ता के दौरान कहा किसी भी राजनीतिक दल द्वारा ऋण देना भारत में किसी भी कानून के तहत अपराधिक कृत्य नहीं है। उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र की स्थापना पंडित जवाहरलाल नेहरू सरदार पटेल और अन्य नेताओं द्वारा वर्ष 1937 में की गई थी ताकि स्वतंत्रता आंदोलन को आवाज दी जा सके।
उन्होंने कहा नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र की संपादकीय उत्कृष्टता के बावजूद समाचार पत्र घाटे में जाता गया जिसके परिणाम स्वरूप इसके द्वारा देय बकाया राशि 90 करोड़ तक पहुंच गई। इस संकट में फंसे समाचार पत्र की सहायता के लिए कांग्रेस पार्टी ने वर्ष 2002 से लेकर 2011 के दौरान लगभग 100 किस्तों में इसे 90 करोड रुपए ऋण दीया।
विवेक तन्खा ने कहा बीजेपी में बैठे लोग और उनके हितेषी जोकि नेशनल हेराल्ड को दिए गए 90 करोड़ के ऋण को अपराधिक कृत्य के रूप में मान रहे हैं ऐसा व विवेक हीनता और दुर्भावना से अभी प्रेरित होकर कह रहे हैं यह सर्वथा अस्वीकार्य है।
उन्होंने कहा नेशनल हेराल्ड को दिए गए 90 करोड़ का ऋण उसकी मूल कंपनी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड द्वारा चुकाना संभव नहीं था इसलिए उन्होंने इसे इक्विटी शेयरों में परिवर्तित कर दिया। क्योंकि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इक्विटी शेयरों का स्वामित्व अपने पास नहीं रख सकती थी इसलिए इस इक्विटी को सेक्शन 25 के अंतर्गत स्थापित यंग इंडिया नामक नॉट फॉर प्रॉफिट कंपनी को आवंटित कर दिया गया।
उन्होंने कहा नॉट फॉर प्रॉफिट की अवधारणा पर स्थापित किसी भी कंपनी के शेयरधारकों, प्रबंध समिति के सदस्य कानूनी रूप से कोई लाभांश, लाभ, वेतन या अन्य विधि लाभ नहीं ले सकते, इसलिए श्रीमती सोनिया गांधी, राहुल गांधी या यंग इंडिया में किसी अन्य व्यक्ति द्वारा किसी भी प्राप्ति या वित्तीय लाभ का प्रश्न ही नहीं उठता। इसलिए भाजपा का अवैध प्राप्ति, लाभ या वित्तीय अर्जन वाला दावा सार्वजनिक रूप से असत्य है।
भले ही यंग इंडिया एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड को नियंत्रित करता है क्योंकि इसके पास इसके 99% शेयर है यह अपने प्रबंध समिति के किसी भी सदस्य को एक भी रुपया नहीं दे सकता क्योंकि यह एक नॉट फॉर प्रॉफिट कंपनी।
राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा हमारे नेतृत्व का इरादा बड़ा स्पष्ट है उनका इरादा यह सुनिश्चित करने का है कि नेशनल हेराल्ड जो कांग्रेस पार्टी की विरासत का प्रतीक है इसके मूल्य हमेशा जीवित रहें और हमारे आदर्शों और सिद्धांतों को व्यक्त करने में हमारी आवाज बना रहे। यह सत्य की लड़ाई सत्य की हमेशा विजय हुई है और इस बार भी होगी राहुल गांधी और कांग्रेस नेतृत्व इस अग्नि परीक्षा से और ओजस्वी होकर उतरेंगे