बच्चे के सो जाने की वजह से रोबोट से बाहर निकालने की गतिविधियां फिलहाल नही की जा रही है
जिला प्रशासन द्वारा आपात चिकित्सा व्यवस्था की गई है
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सहित टीम मौजूद है। ऑक्सीजन के पर्याप्त सिलेंडर रखे गए हैं।
फायर ब्रिगेड भी मौजूद है।
अतरिक्त जेसीबी, पोकलेन ,हाइवा भी मंगाए गए हैं
कोरबा, झारखंड से भी खदान एक्सपर्ट और कई मशीने ड्रिल तथा अन्य कार्य के लिए मंगाई गई है।
जिला प्रशासन द्वारा आपात चिकित्सा व्यवस्था की गई है
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सहित डाक्टरों की टीम मौजूद है। ऑक्सीजन के पर्याप्त सिलेंडर रखे गए हैं।
फायर ब्रिगेड भी मौजूद है।
अतरिक्त जेसीबी, पोकलेन ,हाइवा भी मंगाए गए हैं
कोरबा, झारखंड से भी खदान एक्सपर्ट और कई मशीने ड्रिल तथा अन्य कार्य के लिए मंगाई गई है।
अब तक हुए गड्ढे की ऊँचाई नापी जा रही है
एसईसीएल खदान कुसमुंडा और मानिकपुर, मनेन्द्रगढ़ से रेस्क्यू टीम भी पहुची हुई है।
अंडरग्राउंड खदान में अचानक होने वाली दुर्घटनाओं के समय राहत और बचाव करने वाली यह टीम कई उपकरणों के साथ पहुची हुई है और प्रशासन के निर्देशन में काम कर रही है।
ऑफिसर इंचार्ज जी पी शुक्ला कुसमुंडा खदान रेस्कयू स्टेशन कोरबा के नेतृत्व में 10 सदस्यीय टीम मौजूद है। मनेन्द्रगढ़ खदान से श्रीकांत राव भी रेस्कयू के लिए है।
इन टीम के सदस्यों ने खदान में अचानक ऊपर की छत को धसने से बचाने, गैस रिसाव को रोकने जैसे कार्य किया हुआ है
कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला सहित सभी अधिकारियों द्वारा किया जा रहा अवलोकन
सुरंग बनाने खदान में रेस्क्यू करने वाली कुसमुंडा और मनेन्द्रगढ़ के एसईसीएल के अधिकारियों से कर रहे आवश्यक चर्चा।