15 साल तक रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ को दूसरे प्रदेश वालों का चारागाह बना दिया था
अमन सिंह, शिवराज सिंह का तांडव छत्तीसगढ़ के लोग अभी भूले नहीं है
रमन सिंह में साहस नहीं कि कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार के एक भी प्रमाणिक आरोप लगा सकें
15 साल तक वादाखिलाफी करने वाले कांग्रेस को वायदा निभाना न सिखायें
रायपुर/14 जून 2022। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह द्वारा कांग्रेस सरकार पर लगाए गए आरोपों पर कांग्रेस ने इसे उनकी सत्ता हाथ से जाने की खीझ बताया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि सरकार हाथ से जाने के बाद रमन सिंह की खीझ अनेकों बार प्रदर्शित हुई है। जब से भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व रमन सिंह की उपेक्षा शुरू कर दिया है उनमें बौखलाहट भी झलकने लगी है। रमन सिंह अपने 15 साल की सरकार की नाकामियों को गिना कर अपनी नाकामियों का ठीकरा कांग्रेस सरकार पर फोड़ने की कोशिश में लगे है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद कांग्रेस सरकार हर वर्ग के हित में न सिर्फ योजना बना रही उनका प्रभावी क्रियान्वयन भी हो रहा, जिसके कारण राज्य के किसान, मजदूर, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति हर वर्ग का विकास हुआ है। रमन सिंह के 15 साल के राज में छत्तीसगढ़ में माफियावाद, कमीशनखोरी हावी थी इसीलिये उन्हें अभी भी कमीशनखोरी के सपने आते है। भूपेश सरकार पर रमन सिंह एंड कंपनी आज तक 1 रू. का भी भ्रष्टाचार का प्रमाणिक आरोप नहीं लगा पाये है। यह कांग्रेस सरकार की बड़ी उपलब्धि है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि 15 साल तक आउट सोर्सिंग कर के राज्य के बड़े पदों से लेकर सामान्य नौकरियों तक में राज्य के बाहर के लोगों को उपकृत करने वाले रमन सिंह को आज राज्य के लोगों के लिये घड़ियाली आंसू बहा रहे राज्यसभा राजनैतिक दल अपने राजनैतिक जरूरतों के हिसाब से प्रदेश के बाहर से भी उम्मीदवार भेजते है। भाजपा ने 10 उम्मीदवार दूसरे प्रदेशों से भेजे है। रमन सिंह ने तो 15 साल तक पूरे छत्तीसगढ़ को दूसरे प्रदेश वालों के हवाले कर दिया था। अमन सिंह, शिवराज सिंह का तांडव छत्तीसगढ़ विद्युत मंडल अध्यक्ष जैसे पदों की नियुक्तियों को लोग अभी भूले नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भूपेश बघेल को कांग्रेस आलाकमान अपने दल की सांगठनिक जिम्मेदारी सौपता है तो यह उनकी काबिलियत है। रमन सिंह को भाजपा उपेक्षित कर रही है तो इसके लिये भूपेश बघेल पर आरोप लगाने से पहले रमन सिंह खुद मंथन करें कि ऐसा क्यों हो रहा? उनके किन कारनामों के कारण उनका खुद का दल उन पर भरोसा नहीं कर रहा? दरअसल भाजपा नेतृत्व को भय सताता है कि रमन सिंह को दूसरे प्रदेश में सांगठनिक जवाबदारी दी गयी तो लोग अगस्ता हेलीकाप्टर घोटाला, नान घोटाला, अंतागढ़ कांड, डीकेएस घोटाला, जीरम कांड की सच्चाई पूछेंगे इसीलिये भाजपा नेतृत्व रमन सिंह से दूरी बना कर रखता है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि रमन सिंह उर्वरक संकट पर झूठ बोलने के बजाय केंद्र को पत्र लिखने का साहस दिखायें कि केंद्र, छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा मांगे गये खाद की समय पर आपूर्ति करें। रमन सिंह को छत्तीसगढ़ के किसानों से माफी मांगनी चाहिये, कि उन्हांने 15 सालों तक किसानों का शोषण किया, झूठ बोलकर वोट हासिल किया, बोनस नहीं दिया, धान की कीमत 2100 नहीं दिया, 2003 में आदिवासी परिवार से एक को नौकरी और हर आदिवासी परिवार को 10 लीटर दूध वाली गाय देने का वायदा रमन सिंह ने 15 पूरा नहीं किया, आज रमन सिंह को विपक्ष में आने के बाद फिर से किसानों, आदिवासियों की याद आ रही ताकि घड़ियाली आंसू बहा कर सत्ता हथिया सके। जनता रमन और भाजपा की चाल को समझ चुकी है अब भुलावे में नहीं आने वाली।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि अपने सिपहसलार ओपी की झूठे कारनामों की पोल खुलने पर रमन सिंह को कोरबा में धनबाद नगर आ रहा है तो इसके लिये रमन सिंह को मोदी सरकार से शिकायत करनी चाहिये। कोयला खदानों की सुरक्षा का दायित्व केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल का है और कोयला खदानों का प्रबंधन कोल इंडिया और उससे संबंधित कंपनियों का है। यदि वहां पर कुछ गड़बड़ी है तो उसकी जवाबदार केंद्र की मोदी सरकार है, रमन सिंह को ओपी चौधरी से पूछ कर बताना चाहिये कि उनके द्वारा पोस्ट किया वीडियों कब का है?