रायपुर 15/जून
छत्तीसगढ़ विधान सभा की वर्ष 2022-23 के लिए गठित सरकारी उपक्रमों संबंधी समिति की प्रथम बैठक आज विधान सभा परिसर स्थित मुख्य समिति कक्ष में संपन्न हुई । समिति की आज संपन्न प्रथम बैठक में मान. विधान सभा अध्यक्ष डाॅ. चरणदास महंत विशेष रूप से उपस्थित थे । बैठक में समिति के सभापति सत्यनारायण शर्मा, समिति के सदस्य लखेश्वर बघेल, कुलदीप जुनेजा, श्री राजमन वेंजाम, बृजमोहन अग्रवाल, नारायण चंदेल, विधान सभा के सचिव दिनेश शर्मा एवं प्रधान महालेखाकार, छत्तीसगढ़ दिनेश पाटिल भी उपस्थित थे ।
सरकारी उपक्रमों संबंधी समिति की प्रथम बैठक को सम्बोधित करते हुए विधान सभा अध्यक्ष डाॅ. चरणदास महंत ने कहा कि-सरकारी उपक्रमों संबंधी समिति विधान सभा की महत्वपूर्ण वित्तीय समिति है । सरकारी उपक्रमों सबंधी समिति के माध्यम से विधायिका राज्य के सार्वजनिक उपक्रमों के कार्यकलापों पर निगरानी रखती है । उन्होंने कहा कि-यह समिति प्रमुखतः सरकारी उपक्रमों के लेखे एवं प्रतिवेदनों, भारत के नियंत्रक महालेखापरीक्षक तथा सरकारी उपक्रमों की स्वायत्ता और कुशलता की जांच करती है। उन्होंने कहा कि-सरकारी उपक्रमों पर विधायिका का नियंत्रण रखने तथा मितव्ययिता के साथ जनहित में कार्य संचालित करने के लिए ही सरकारी उपक्रमों संबंधी समिति का गठन किया गया है । डाॅ. चरणदास महंत ने कहा कि-संसद एवं विधान मंडल के बहुत से कार्य लघु सदन के रूप में समितियों के माध्यम से किये जाते हैं । समितियों को वे सभी अधिकार प्राप्त होते हैं जो सदन को होते हैं । समिति लंबित कंडिकाओं के परीक्षण के लिए विभागीय सचिवों से साक्ष्य लेती है, एवं स्थल निरीक्षण भी कर सकती है
समिति के सभापति सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि-सार्वजनिक धन एवं संपत्ति का सार्वजनिक हितों के संवर्धन एवं विभिन्न विकास कार्यो के लिए समुचित उपयोग किया जाये यह देखना ही समिति का मुख्य कार्य है । उन्होंने कहा कि-समिति लघु सदन का रूप है एवं सामान्यतः इसे वही अधिकार प्राप्त हैं जो सदन को प्राप्त हैं, साथ ही समिति की अधिक से अधिक बैंठकें आयोजित करने का आश्वासन भी अध्यक्ष को दिया।
प्रधान महालेखाकार, छत्तीसगढ़ दिनेश पाटिल ने भी अपने विचार व्यक्त किये ।
समिति की प्रथम बैठक में अध्यक्ष की उपस्थिति एवं उनके मार्गदर्शन के लिए उनके प्रति कुलदीप जुनेजा ने आभार व्यक्त किया ।