रायपुर। भाजपा झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के जिला संयोजक राजेश गुप्ता ने बताया भारत वर्ष के लोकतंत्र में आपातकाल एक काले अध्याय की तरह है इस आपातकाल में नेता पत्रकार बुद्धिजीवी व आम जनता को ज़बर्दस्ती जेलों में ठूंसा गया।भारतीय जनता पार्टी झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ ने ऐसे मीसा बंदियों के सम्मान करने का निर्णय लिया है इसी तारतम्य है मीसा बंदी श्री सच्चिदानंद उपासने जी व वरिष्ठ नागरिक श्री अप्पा खरे जी का सम्मान किया गया।
भारतीय जनता पार्टी झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के सभी कार्यकर्ता श्री सच्चिदानंद उपासने जी व श्री अप्पा खरे जी के घर जाकर तिलक लगाकर शॉल श्रीफल से उनका सम्मान किया।
इस अवसर पर श्री सच्चिदानंद उपासने ने आपातकाल से जुड़ी रायपुर शहर की बहुत सी घटनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी किस तरह प्रशासन आम लोगों के घरों में जाकर तलाशी ली जाती थी ज़बरदस्ती पकड़ पकड़ कर लोगों की नसबंदी की गई।
मीसा बंदियों के परिवार के सदस्यों को नौकरियों से निकाला गया व प्राइवेट सेक्टरों में भी ताक़ीद की गई कि किसी भी मिसा बंदी परिवार के सदस्य को नौकरी ना दी जाय। इंदिरा सरकार ने उस समय जनता पर जुल्मों सितम की हद पार कर दी है लगभग 19 माह जेल में रहने के बाद रिहाई हुई।
खरे ने बताया कि हुए छत्तीसगढ़ की आज़ादी के बाद रायपुर शहर के पहले सत्याग्रही थे जिन्हें मीसा बंदी के रूप में जेल में डाला गया उस समय उनका बड़ा बेटा सिर्फ़ साढ़े 4 माह का था परिवार में उनके और पत्नी के अलावा कोई नहीं था। जेल जाने के कारण परिवार घोर आर्थिक संकट में फँस गया।
इस दौरान अप्पा खरे जी का परिवार घनघोर संकट में रहा।
इस कार्यक्रम में विशेष रूप से नगर निगम पूर्व नेता प्रतिपक्ष सुभाष तिवारी उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में संजू नारायण ठाकुर,पारेश्वर बाघ, विकास अग्रवाल,बिहारी होतवानी,राजेश गुप्ता,चक्रधारी जगत,घनश्याम रक़्सेल, बद्री गुप्ता,मनोज जोशी,रवीश गुप्ता,देवेंद्र चावला,महेंद्र तलवार,संजू निषाद,संजय साहू,मनोज शर्मा,सुरेश तांडी,लालाराम आदि उपस्थित थे।