जगदलपुर 29 जुलाई 2022 : स्वनिधि महोत्सव कार्यक्रम में उद्योग मंत्री एवं बस्तर जिला प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा ने कहा कि बस्तर-जगदलपुर बदल रहा है शहर में कई विकास कार्य हुए है। शहर में अब स्वनिधि महोत्सव के माध्यम से छोटे व्यापारियों को लाभ मिल रहा है। व्यापारी को पैसा का उपयोग व्यापार विस्तार में करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की योजनाओं की चर्चा विदेशों में होने लगी है।
लोंगों को योजनाओं का लाभ मिल रहा है, गाँव में विकास दिख रहा है। किसी क्षेत्र में हो मेहनत करने वालों को हमेशा लाभ होता है। स्वनिधि महोत्सव का शुभारम्भ संसदीय सचिव श्री रेखचन्द जैन द्वारा किया गया। पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी सभागार टाउन हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में महापौर श्रीमती सफीरा साहू, निगम अध्यक्ष श्रीमती कविता साहू, पार्षदगण, आयुक्त नगर निगम श्री दिनेश नाग सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। कार्यक्रम में बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं विधायक केशकाल श्री संतराम नेताम ने कहा कि स्वनिधि महोत्सव का लाभ हितग्राहियों को लेना चाहिए, ये आर्थिक सहायता उनके व्यापार में सहायक होगा।
संसदीय सचिव श्री रेखचन्द जैन ने कहा कि कोरोना ने सभी को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से क्षति पहुँचाई है। इसका प्रभाव छोटे व्यापारियों को भी हुआ है। स्वनिधि योजना से हमारे छोटे व्यापारियों को आर्थिक सहायता मिली है। 75 वर्ष आजादी के अमृत महोत्सव में आयोजित इस स्वनिधि महोत्सव में योजना का लाभ लेकर व्यापारी अपने व्यापार को बढ़ाएं। साथ ही अन्य नागरिक भी प्रदेश सरकार द्वारा संचालित मितान योजना, मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना, मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना, धंवंतरी मेडिकल योजना सहित अन्य योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लाभ लें।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते महापौर श्रीमती सफीरा साहू ने बताया कि योजनान्तर्गत जगदलपुर एवं आस-पास ग्रामीण क्षेत्रों के 1439 पात्रहितग्राही ने इस योजना का लाभ ले चुके हैं। प्राप्त लक्ष्य 2509 के विरुद्ध निकाय द्वारा 2609 लोंगों का प्रकरण बैंकों में प्रेषित किया है।कार्यक्रम में निगम अध्यक्ष श्रीमती कविता साहू ने भी योजना लाभ लेने कहा। नगर निगम आयुक्त श्री नाग ने बताया कि देश के 75 नगर निगम में यह योजना का प्रारम्भ किया जा रहा है, जिनमें जगदलपुर नगर निगम भी शामिल है ।
उल्लेखनीय है कि कोविड 19 महामारी और लगातार बढ़ते हुए लाकडाउन से पथ विक्रेताओं की जीविकोपार्जन पर पड़े विपरीत प्रभाव से निकालने के लिए कार्यशील पूंजी हेतु ऋण की आवश्यकता को देखते हुए प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना मार्च 2020 से आरम्भ की गयी है। इस योजना के तहत शहरी पथ विक्रेताओं, रेहाड़ी-ठेला-पटरी पटरी पर सामान बेचनेवालों के आर्थिक हितों को सुनिश्चित करने के लिए शासन द्वारा ऋण प्रदान किया जा रहा है।
योजना का मुख्य उद्देश्य शहरी क्षेत्र या आसपास सड़क किनारे, ठेला लगा कर, विशेषकर रेहाड़ी-ठेला-पटरी पर सामान बेचने वाले या बाजार में अस्थाई प्लास्टिक शेड लगाकर घूम-घूम कर खाद्य सामग्री, प्लास्टिक खिलौने, सब्जी एवं अन्य उपयोगी सामान विक्रय कर अपना एवं अपने परिवार का जीवन यापन करने वाले व्यक्ति पथ विक्रेता की श्रेणी में आते हैं उन्हें शहरी पथ विक्रेता या स्ट्रीट वेंडर कहते हैं।
योजनांतर्गत प्रत्येक हितग्राही को 10 हजार रूपये तक सिक्योरिटी फ्री ऋण प्रदान किया जाना हैं। नियमित भुगतान पर 7 प्रतिशत ब्याज में सब्सिडी तथा डिजिटल लेन-देन पर साल में एक हजार दो सौ रुपए तक कैशबैक प्रदान किया जा सकता है। समय पर ऋण राशि भुगतान किये जाने पर, द्वितीय किस्त 20 हजार रूपये एवं तृतीय किस्त 50 हजार रूपये तक ऋण राशि प्रदान किये जाने का प्रावधान है।कार्यक्रम में पथ विक्रेताओं को प्रशस्ति पत्र, युपीआई कोड, बैंकर कोड, स्व- सहायता समूह को चेक का वितरण किया गया।