रायपुर, 01 अगस्त । परिवहन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर की अध्यक्षता में आज मंत्रालय महानदी भवन में छत्तीसगढ़ राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक ली गई। उन्होंने राज्य में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम सहित यातायात को बेहतर बनाने के लिए सभी संबंधित विभागों को समन्वित प्रयास हेतु विशेष जोर दिया। परिवहन मंत्री श्री अकबर ने बैठक में लोगों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता लाने और इसका कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। इस अवसर पर लोक निर्माण तथा गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, संसदीय सचिव श्री चन्द्रदेव राय, राज्य गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष श्री कुलदीप जुनेजा तथा विधायक श्री अरूण वोरा, प्रमुख सचिव श्री मनोज पिंगुआ, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक यातायात श्री प्रदीप गुप्ता, सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी, सचिव श्रीमती शहला निगार, सचिव श्री डॉ. एस. भारतीदासन, सचिव श्री टोपेश्वर वर्मा, आयुक्त परिवहन श्री दीपांशु काबरा सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में परिवहन मंत्री श्री अकबर ने चर्चा करते हुए सड़क सुरक्षा तथा दुर्घटना पर नियंत्रण के लिए ओव्हर लोडिंग, अत्यधिक गति तथा नशे की हालात और बिना हेलमेट के वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने इसके लिए पुलिस तथा परिवहन विभाग को विशेष अभियान चलाए जाने के भी निर्देश दिए। इसी तरह उन्होंने बैठक में चर्चा करते हुए वाहनों की सघन जांच और तेज गति को नियंत्रित करने के लिए स्पीड गवर्नर लगाने की दिशा में कार्रवाई करने तथा नशापान और सड़क पर स्टंट करके वाहन चलाने वालों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने के लिए भी निर्देशित किया।
परिवहन मंत्री श्री अकबर ने इस दौरान सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम और सुरक्षित यातायात के लिए वाहन चालकों के प्रशिक्षण पर भी विशेष जोर दिया। उन्होंने ब्लैक स्पॉट के चिन्हांकन पश्चात् उनमें तत्परता से सुधार की कार्रवाई के लिए भी निर्देश दिए। इसी तरह बैठक में दुर्घटना के शिकार लोगों के त्वरित उपचार हेतु व्यवस्था, राज्य में ट्रांमा सेंटर की स्थिति, पाठ्यपुस्तकों में यातायात शिक्षा सामग्री का समावेश और यातायात के नियमों के उल्लंघन पर चालानी कार्रवाई तथा यातायात नियमों के पालन आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। इसके अलावा उन्होंने बैठक में राज्य में जरूरत के मुताबिक सर्विस सड़कों की चौड़ाई बढ़ाने तथा ग्रामीण सड़कों के मुख्य मार्ग में शामिल होने वाले जक्शन से अतिक्रमण हटाने सहित मार्गों में संकेतक और चेतावनी संबंधी बोर्ड को लगाए जाने के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान रायपुर से बिलासपुर हाइवे मार्ग अंतर्गत धनेली से सिलतरा सर्विस मार्ग के चौड़ीकरण हेतु आवश्यक निर्णय लिया गया। बैठक में सड़क दुर्घटना पीड़ितों की मदद के लिए ‘‘गुड समैरिटन को पुरस्कृत करने अनुदान योजना’’ के तहत प्रत्येक नेक व्यक्ति को प्रदाय 5 हजार रूपए की राशि में बढ़ोत्तरी करने के संबंध में भी चर्चा की गई।
बैठक में अध्यक्ष अंतर्विभागीय लीड एजेंसी सड़क सुरक्षा एवं संयुक्त परिवहन आयुक्त श्री संजय शर्मा ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विभिन्न विभागों द्वारा सड़क सुरक्षा के संबंध में किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य में ओव्हर लोड वाहनों पर कार्यवाही के तहत वर्ष 2019 में 15 करोड़ 96 लाख, वर्ष 2020 में 43 करोड़ 43 लाख और वर्ष 2021 में 01 अरब 7 करोड़ रूपए के समझौता शुल्क की वसूली की गई। बैठक में बताया गया कि राज्य में वर्ष 2021 में 12 हजार 375 सड़क दुर्घटनाओं में 5371 व्यक्तियों की मृत्यु हुई तथा 10 हजार 683 व्यक्ति घायल हुए। वर्ष 2022 के प्रथम छह माह में 6981 सड़क दुर्घटनाओं में 3053 व्यक्तियों की मृत्यु हुई तथा 6441 व्यक्ति घायल हुए हैं। दुर्घटना मृत्यु में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए सभी संबंधित विभागों को सड़क दुर्घटना की रोकथाम के लिए विशेष जोर दिया गया और वाहन चालकों के क्षमता विकास के लिए प्रशिक्षण हेतु आवश्यक निर्देश दिए गए। इस वर्ष जनवरी से जून तक कुल एक लाख 87 हजार 155 प्रकरणों में चालानी कार्यवाही कर 6 करोड़ 88 लाख 75 हजार 750 रूपए वसूल किए गए। इस अवसर पर प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग और नगरीय प्रशासन, स्वास्थ्य, नेशनल हाईवे आदि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।