रायपुर: बच्चों में कुपोषण का स्तर जांचने और सुपोषण के प्रति समुदाय को जागरूक लाने के लिए आज प्रदेश की सभी आंगनबाड़ियों में वजन त्यौहार शुरू किया गया। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और पालकों की उपस्थिति में आंगनबाड़ियों में बच्चों का वजन और ऊंचाई लिया गया। इसके आधार पर बच्चों की उम्र के आधार पर उनके पोषण स्तर का निर्धारण होगा। आज से शुरू हुए वजन त्यौहार का आयोजन 13 अगस्त तक किया जाएगा।
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती भेंड़िया ने वजन त्यौहार पर सभी अभिभावकों से आंगनबाड़ी केन्द्र में अपने बच्चों का वजन कराने की अपील की है। उन्होंने कहा कि बच्चों के सुपोषण के लिए उनके वजन की जानकारी होना जरूरी है। बच्चों को पौष्टिक आहार देते हुए उनके विकास की मॉनिटरिंग करना है। सामुदायिक सहभागिता से सुपोषण के प्रति जागरूकता लाने की आवश्यकता है।
वजन त्यौहार में प्रत्येक परिवार को उनके बच्चों की सही पोषण स्थिति से अवगत कराते हुए प्रत्येक गांव में कम वजन वाले बच्चों को चिन्हित कर कुपोषण की सही स्थिति का पता लगाया जाएगा। कुपोषण की सही स्थिति को जानकर प्रत्येक बच्चे की जानकारी सॉफ्टवेयर में दर्ज कर राज्य में कुपोषित बच्चों की स्थिति का डाटाबेस तैयार किया जाएगा। राज्य के प्रत्येक केन्द्र, ग्राम पंचायत, विकासखंड में कुपोषण की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करते हुए कुपोषण कम करने कार्ययोजना तैयार की जाएगी।
वजन त्यौहार के माध्यम से किसी क्षेत्र विशेष, वर्ग विशेष में कुपोषण की पहचान करने में मदद मिलेगी और स्पष्ट हो सकेगा कि किन स्थानों पर और किन कारणों से कुपोषण अधिक है। इसके माध्यम से विशिष्ट कार्ययोजना बनाई जा सकेगी। कुपोषण की रोकथाम के लिए संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु बेसलाईन सर्वे और लक्षित बच्चों का चिन्हांकन किया जाएगा।