प्रदेश में वजन त्योहार से हो रहा बच्चों को कुपोषण मुक्त बनाने का आकलन, जिले में कलेक्टर श्री शर्मा ने स्वयं आंगनबाड़ी पहुंच वजन त्योहार की प्रगति का किया निरीक्षण’
’अपने सामने कराया बच्चों का वजन, अंडा खिलाने और अतिरिक्त पोषण आहार पर खास फोकस’
’बच्चों के आकर्षण के लिए बनाए गए सेल्फी बूथ’
कोरिया 04 अगस्त 2022/कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा ने गत बुधवार को सोनहत के आंगनबाड़ी केंद्र खजूरपारा में वजन त्योहार का निरीक्षण किया और अपने सामने बच्चों का वजन कराया। उन्होंने बच्चों से बात की और उन्हें अपने हाथों से अंडा भी खिलाया। बच्चों में पोषण की प्रगति मापने वजन त्योहार आयोजित किया जाता है। प्रदेश में इस माह 1 अगस्त से वजन त्योहार मनाया जा रहा है। ये वजन त्योहार 13 अगस्त तक सभी आंगनबाड़ी में आयोजित होगा जहां सेक्टर सुपरवाइजर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा बच्चों के वजन और ऊंचाई की माप कर रही हैं। उम्र के हिसाब से पोषण स्तर की माप के अनुसार ही कुपोषण और सुपोषण के आंकड़े हासिल होते हैं।
’जिले में लगभग 60 हजार बच्चों के वजन और ऊंचाई की होगी माप’
जिले में वजन हेतु सर्वेक्षित बच्चों की संख्या लगभग 60 हजार है। वजन त्योहार के बीते तीन दिनों में 619 आंगनबाड़ियों में 15 हजार 900 से ज्यादा बालक-बालिकाओं के वजन लिए गए हैं। वजन त्योहार के अंतर्गत कुपोषण के प्रति जनसमुदाय को जागरूक करने, प्रत्येक परिवार को उनके बच्चों की सही पोषण की स्थिति से अवगत कराने, कुपोषण की सही स्थिति आनलाईन साफ्टवेयर में जानकारी प्रविष्टि कराकर ग्राम पंचायतवार, विकासखण्ड वार कुपोषण की आंकलन कराने के उद्देश्य से वजन त्योहार आयोजित किए जाते हैं।
’बच्चों के आकर्षण के लिए बनाए गए सेल्फी बूथ’
बच्चों के आकर्षण के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों में सेल्फी बूथ भी बनाए गए हैं। जहां बच्चे खुशी खुशी फोटो खिंचवाते हैं।
जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग ने बताया कि वजन त्यौहार का आयोजन सेक्टर स्तर पर 03 से 05 आंगनबाड़ी केन्द्रों को मिलाकर 1793 आंगनबाड़ी केन्द्रों का कलस्टर तैयार किया गया है। इसमें ग्राम पंचायत स्तर पर गठित दल में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, पंच, ग्राम स्तरीय निगरानी समिति के सदस्य शामिल हैं। सेक्टर पर्यवेक्षक एवं वजन त्यौहार आयोजन हेतु जिला स्तर से अनुश्रवण हेतु गठित गठित दल के अधिकारियों के समक्ष बच्चों का आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा सही-सही वजन, ऊंचाई की माप लिया जाकर सत्यापन पश्चात् आनलाईन साफ्टवेयर में एन्ट्री कराई जाती ळें