धमतरी, 08 अगस्त 2022 :जलजीवन मिशन की महत्वाकांक्षी योजना से शत-प्रतिशत हर घर नल-जल पहुंचाने का उद्देश्य अब मूर्तरूप लेने लगा है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के नगरी उपखण्ड के सुदूरवर्ती संवेदनशील ग्राम चमेदा ‘हर घर नल-जल‘ के शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण करने वाला पहला ग्राम बन गया है। रविवार 07 अगस्त को उक्त ग्राम में हर घर जल उत्सव मनाया गया। इस दौरान विभाग की ओर से सरपंच को प्रमाण-पत्र सौंपा गया।
नगरी विकासखण्ड के वनांचल क्षेत्र में स्थित ग्राम पंचायत हरदीभाठा के आश्रित ग्राम चमेदा में रविवार 07 अगस्त को विशेष ग्रामसभा का आयोजन कर ग्रामीणों को एफएचटीसी और इसके लाभ के बारे में बताया गया। हर घर में पानी पहुंचने के बारे में पूछे जाने पर मौके पर मौजूद सभी ग्रामीणों ने एकस्वर में हामी भरी। उनके चेहरे की मुस्कान और संतुष्टि के भाव योजना के जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन की कामयाबी बयान कर रहे थे।
इस दौरान गांव की महिला श्रीमती निर्मला बाई ने बताया- ‘पहले पीने का पानी लेने हैण्डपम्प जाना पड़ता था। कभी-कभार तो पानी के लिए लम्बी कतार भी लगानी पड़ती थी, लेकिन अब घर पर ही पानी की सुविधा मिल रही है।‘ गांव की ही श्रीमती अमरीका बाई कोर्राम ने खुशी जाहिर करते हुए छत्तीसगढ़ी मंश कहा- ‘घरो-घर में पानी आय ले हमन फुरसदहा हो गेन। अब तो घर बइठे पिये बर सफ्फा पानी झोंक लेथन, अउ एकर लगे से हमर सम्मे भी बांच जथे…।
(हर घन में नल के जरिए पानी आने से हमारे काफी समय की बचत होती है। अब तो हमें घर बैठे ही साफ पानी मिल जाता है) अन्य ग्रामीण महिला गौरी बाई, लालेश्वरी सहित श्री रेखराज, रोहित नेताम और भरत कोर्राम ने भी बताया कि घरों में नल कनेक्शन लग जाने के उनके जीवन में काफी सकारात्मक बदलाव आया है। इस तरह ग्रामीणों के लिए हर घर नल-जल अभियान वरदान साबित हुआ है। साथ ही पेयजल की स्वच्छता और शुद्धता के बारे में भी ग्रामीणों में जागरूकता आई है।
हर घर जल उत्सव में ग्राम पंचायत हरदीभाठा के सरपंच श्री मुनेन कुमार ध्रुव ने बताया कि गांव के सभी के घरों में नल के जरिए साफ पानी पहुंच रहा है, जिससे ग्रामीणों को पेयजल की समस्या से राहत मिली है। उन्होंने बताया कि स्कूलों एवं सामुदायिक भवन में भी पानी का कनेक्शन विस्तारित किया जा चुका है। इसके लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग बधाई का पात्र है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्री श्यामलाल नेताम ने कहा कि ग्राम चमेदा एफएचटीसी के शत-प्रतिशत कव्हरेज वाला पहला गांव बन गया है जो ग्रामीणों के लिए गौरव की बात है और यह सब विभाग की मेहनत और ग्रामीणजनों की सक्रिय सहभागिता के फलस्वरूप संभव हो पाया है। इस अवसर पर सौ प्रतिशत नल कनेक्शन के लिए ग्राम पंचायत को प्रमाण-पत्र सौंपा गया।
उल्लेखनीय है कि आदिवासी बाहुल्य ग्राम चमेदा की कुल जनसंख्या 526 है जहां 107 परिवार निवासरत हैं। इन सभी घरों में 107 एफएचटीसी कनेक्शन के जरिए ग्रामीणों को शुद्ध व स्वच्छ पेयजल मिल रहा है। इस अवसर पर एसडीओ पीएचई श्री एसके ठाकुर, आईएसए समन्वयक सोमेश साहू, खेमचंद साहू, भारती राठौर, प्रशिक्षण समन्वयक दीनानाथ यादव, अविनाश सहित ग्राम जल स्वच्छता समिति के सदस्यगण और काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।