नेत्रदान के लिए लोगों को जागरूक करने को आयोजित हुआ कार्यक्रम

रायपुर, 5 सितंबर 2022, नेत्रहीनों के जीवन में उजियारा लाने के उद्देश्य से नेत्रदान जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ( एम्स ) रायपुर की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में चिकित्सकों एवं चिकित्सा छात्रों ने नेत्रदान जागरूकता क लेकर “अपनी आंखें दान करें, दृष्टिहीनों का जीवन रोशन करें” के नारे भी लगाए और लोगों से नेत्रदान करने की अपील की।

इस मौके पर उन्होंने नेत्रदान की अलख जगाने के लिए तख्तियां ले रखी थी, उन पर नेत्रदान करने संबंधी संदेश और नेत्र बैंक एवं उनके नंबर की जानकारी अंकित की गई थी। इस मौके पर एम्स की नेत्र विशेषज्ञ डॉ. विजया साहू ने नेत्रदान के लिए लोगों को प्रोत्साहित करते हुए कहा, “ नेत्र दृष्टि जीवन का आधार है। नेत्रदान सबसे बड़ा दान है जो किसी के जीवन में प्रकाश ला सकता है। शरीर के अंगो का दान जरूरतमंद व्यक्तियों को करने से उनको नया जीवन मिल सकता है।

नेत्रदान के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए वर्ष में एक बार नेत्रदान पखवाड़े का आयोजन होता है। यह सबसे बड़ा दान इसलिए है क्योंकि मृत्यु के बाद एक व्यक्ति की आंखों का उपयोग दो कॉर्नियल नेत्रहीन रोगियों के इलाज के लिए किया जा सकता है और वे इस खूबसूरत दुनिया को देख सकते हैं।

जरूरतमंद मरीज के लिए फिर से दुनिया देखना आनंद है और नेत्रदान इस सपने को संभव बनाता हैI नेत्रदान करने के लिए इच्छुक लोग 0771 2577389 पर संपर्क कर सकते हैं।“ इस अवसर पर उन्होंने लोगों को नेत्रदान के महत्व को बताते हुए नेत्रदान करने की अपील की।

कार्यक्रम में नेत्रदान सलाहकार डॉ. वी गणपति ने लोगों को नेत्रदान करने की प्रक्रिया के बारे में बताते हुए कहा: “देशभर में लाखों लोग ऐसे हैं, जिनको कार्निया की वजह से अंधत्व या कॉर्नियल अंधत्व है। ऐसे में हर किसी को आगे आकर जरूरतमंदों के लिए नेत्रदान करना चाहिए। ताकि दृष्टिहीनों की जिंदगी में उजियारा हो सके।“

नुक्कड़ नाटक के जरिए जागरूकता- आयोजन के दौरान ‘नेत्रदान है महादान’ शीर्षक से चिकित्सा छात्रों ने नुक्कड़ नाटक का मंचन भी किया। मेडिकल छात्र राजेन्द्र सिंह के निर्देशन में प्रस्तुत नुक्कड़ नाटक में नेत्रदान क्यों जरूरी, इसको बखूबी दर्शाया । जिसमें मृत्यु के छह घंटे के भीतर नेत्रदान कर किसी दृष्टिहीन की जिंदगी को रोशनी दी जा सकती है इसे चित्रित किया गया। छात्रों ने नेत्रदान की जरूरत को अपनी नाट्य कला से भली-भांती दर्शाया।

25 अगस्त से 8 सितंबर तक विविध कार्यक्रम – राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा 25 अगस्त से आठ सितंबर तक देशभर में मनाया जाता है। इस दौरान शासकीय और गैरशासकीय संस्थानों द्वारा नेत्रदान को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।

इस दौरान लोगों को नेत्रदान महादान के महत्व की जानकारी देकर उन्हें नेत्रदान के लिए प्रेरित करने, नेत्रदान करने की प्रक्रिया और नेत्रदान के पश्चात दान किए नेत्र द्वारा दूसरे कि जिंदगी को रोशन करने संबंधी सरकारी प्रयासों, योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी जा रही है। साथ ही नेत्रदान करने के लिए इच्छुक लोगों से नेत्रदान फार्म भी भरवाया जा रहा है।

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