रायपुर,आज विधानसभा बजट सत्र में छत्तीसगढ़ राज्य का “आर्थिक सर्वेक्षण वर्ष 2020-21” योजना आर्थिक व सांख्यिकी मंत्री अमरजीत भगत द्वारा पटल पर प्रस्तुत किया गया। इसके अंतर्गत, बाज़ार मूल्य पर सकल राज्य घरेलु उत्पाद गत वर्ष 2019-20 की तुलना में 1.77 प्रतिशत में कमी अनुमानित है। उपरोक्त के अंतर्गत कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्र (कृषि, पशुपालन, मत्स्य एवं वन) में 4.61 प्रतिशत वृद्धि, उद्योग क्षेत्र (निर्माण, विनिर्माण, खनन एवं उत्खनन, विद्युत, गैस तथा जल आपूर्ति सम्मिलित) 5.28 प्रतिशत कमी एवं सेवा क्षेत्र में 0.75 प्रतिशत वृद्धि अनुमानित है।
छत्तीसगढ़ राज्य का जीएसडीपी (प्रचलित भाव पर) वर्ष 2020-21 में 3 लाख 50 हजार 270 करोड़ अनुमानित है। वर्ष 2019-20 में जीएसडीपी 3 लाख 44 हजार 955 करोड़ था, अर्थात इस वर्ष जीएसडीपी (प्रचलित भाव पर) में 1.54 प्रतिशत की वृद्धि अनुमानित है।
कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्र (कृषि, पशुपालन, मत्स्य एवं वन) में, वर्ष 2019-20 के सापेक्ष वर्ष 2020-21 में जीएसडीपी 6969 करोड़ की वृद्धि के साथ 73,994 (तिहत्तर हजार नौ सौ चौरानबे) करोड रूपये होने का अनुमान है। इसी प्रकार उद्योग क्षेत्र (निर्माण, विनिर्माण, खनन एवं उत्खनन, विद्यत, गैस तथा जल आपूर्ति सम्मिलित) में रुपये 133680 करोड़ से घटकर 1,29,211 करोड़ एवं सेवा क्षेत्र में 1,18,917 करोड़ से बढ़कर रूपये 1,22,893 करोड़ होने का अनुमान है। यह गत वर्ष की तुलना में प्रतिशत वृद्धि/कमी क्रमशः 10.40, -3.34 एवं 3.34 आकलित है। वर्ष 2019-20 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) के त्वरित अनुमान स्थिर भावों (आधार वर्ष 2011-12) पर आंकड़े भी उत्साहवर्धक हैं। राज्य के सकल घरेलू उत्पाद बाजार मूल्य त्वरित अनुमान के अनुसार गत वर्ष 2018-19 की तुलना में वर्ष 2019-20 में 5.12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। जिसमें कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्र (कृषि, पशुपालन, मत्स्य एवं वन) में 3.67 प्रतिशत, उद्योग क्षेत्र (निर्माण, विनिर्माण, खनन एवं उत्खनन, विद्युत, गैस तथा जल आपूर्ति सम्मिलित) में 3.43 प्रतिशत एवं सेवा क्षेत्र में 7.71 प्रतिशत वृद्धि हुई है।