रायपुर 16 सितंबर 2022, स्वास्थ्य विभाग द्वारा छात्राओं को तंबाकू सेवन से होने वाले दुष्परिणाम के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से जेआर दानी कन्या शाला और शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय रायपुर में खुली चर्चा का आयोजन किया गया। इस दौरान तंबाकू से होने वाले दुष्प्रभाव पर चर्चा की गयी एवं तंबाकू सेवन को रोकने और परिवार में तंबाकू सेवन करने वाले व्यक्ति को तंबाकू के दुष्परिणाम से अवगत कराने के बारे में जानकारी दी गयी ।
इस सम्बन्ध में राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम की जिला सलाहकार डॉ. सृष्टि यदु ने बताया: ‘’छात्राओं के बीच तंबाकू से होने वाले नुकसान पर खुली चर्चा में तंबाकू सेवन से कैंसर होने के खतरे के बारे में जानकारी दी गयी। फेफड़ों की बीमारियां जैसे: क्रोनिक ब्रोंकाइटिस व एम्फेसेमा होने की मुख्य वजह धूम्रपान को ही माना गया है। क्रोनिक यानी लंबे समय तक धूम्रपान करने से फेफड़े एवं सांस की नली में कैंसर होने की संभावना काफी ज्यादा होती है। अगर कोई महिला तंबाकू या नशे का सेवन करती है तो उसके गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास पर भी खतरा बना रहता है ।‘’
इस मौके पर छात्राओं ने तंबाकू सेवन से होने वाले दुष्परिणामों पर खुलकर चर्चा की इसी बीच कक्षा 12 में पढ़ने वाली छात्रा ने पूछा ‘’मेरे पिताजी तंबाकू सेवन करते हैं उन्होंने कई बार तंबाकू को छोड़ने का प्रयास किया । लेकिन वह छोड़ नहीं पाए । इसके लिए मुझे क्या करना चाहिए ।‘’
इस पर काउंसलर अजय बैस ने बताया: ‘’जिला चिकित्सालय के अंतर्गत स्पर्श क्लीनिक स्थापित है । जहां पर नशा मुक्ति केंद्र है । नशा मुक्ति के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति को पैदा करना होता है साथ ही कुछ टेबलेट दी जाती है आदतों में बदलाव लाना होता है । नशा छोड़ना पूर्ण रूप से नशा करने वाले के ऊपर ही होता है । इसके लिए क्रमबद्ध तरीके से आगे बढ़ा जाता है और उसको नशा मुक्ति की ओर लाया जाता है । इस चर्चा में तंबाकू नशा मुक्ति केंद्र और तंबाकू के नशे से होने वाले नुकसान, बीमारियां इलाज के विषय में चर्चा कर जानकारी प्रदान की गई ।‘’
उक्त कार्यक्रम का आयोजन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक के मार्गदर्शन किया गया जिसको सफल बनाने में नेहा सोनी सोशल वर्कर, कोमल चंद साहू सेकेट्रियल असिस्टेंट का सहयोग रहा।