*पूर्व की रमन सरकार और मध्यप्रदेश से कम है छत्तीसगढ़ में पेट्रोल डीजल में वैट टैक्स
- मनमोहन सरकार पेट्रोल डीजल पर 9.48 रु और 3.54 रु. एक्साइज ड्यूटी लेती थी मोदी सरकार 33रु. और 32रु. वसूल रही थी
रायपुर /17 सितंबर 2022/ सांसद सुनील सोनी के बयान पर पलटवार करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि सांसद सुनील सोनी झूठ बोलकर मोदी सरकार के पेट्रोल डीजल पर मुनाफाखोरी को पर्दा नहीं कर सकते।बीते 8 साल में मोदी भाजपा की सरकार ने पेट्रोल डीजल के माध्यम से लगभग 28लाख करोड रुपए गरीब जनता की जेब से निकाल लिया है। छत्तीसगढ़ में वर्तमान में पेट्रोल डीजल लगने वाला वैट की दरें पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश और पूर्व के रमन सरकार के समय से कम है। मध्यप्रदेश में 33 प्रतिशत वैट टैक्स था जिसे घटाकर 29 प्रतिशत किया गया है और पूर्व रमन सरकार के समय 25 प्रतिशत से ऊपर में वैट टैक्स था आज लगभग 23 प्रतिशत वैट टैक्स लिया जा रहा है। छत्तीसगढ़ 7 राज्यो से घिरा है और 5 राज्यों में पेट्रोल डीजल की कीमत छत्तीसगढ़ से ज्यादा है।
कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि सांसद सुनील सोनी को प्रदेश की जनता को बताना चाहिए वर्तमान समय में अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत में 27 प्रतिशत की कमी आई है देश में पेट्रोल डीजल के दामों में कमी क्यों नहीं की गई? रसोई गैस के दाम मे प्रति टन 750 डॉलर प्रति टन से घटकर 650 डॉलर प्रति टन हो गया है यानी 100 डॉलर की कमी आई है जिस हिसाब से पेट्रोल डीजल में 20रु प्रति लीटर और रसोई गैस में कम से कम 200 रु प्रति सिलेंडर की कमी करनी चाहिए।क्रूड ऑयल 2014 में 116 डॉलर था तब पेट्रोल 71 रू लीटर और डीजल 55 रु लीटर था उस दौरान मनमोहन सिंह की सरकार पेट्रोल पर 9 रुपए 48 पैसा और डीजल पर 3 रु 54 पैसा एक्साइज ड्यूटी लेती थी आज क्रूड ऑयल 88 डॉलर प्रति बैरल में तक पहुँच गया है उसके बावजूद देश में पेट्रोल डीजल के दाम 105 रु लीटर और डीजल लगभग 98 रु लीटर के करीब क्यो है?
कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि यूपीए सरकार के दौरान पेट्रोल पर 9.48 रू और डीजल पर 3.54 रू एक्साइज ड्यूटी लिया जाता रहा है जिसे बढ़ाकर मोदी सरकार ने पेट्रोल पर 33 रू और डीजल पर 32 रू एक्साइज ड्यूटी के साथ अलग से शेष लेने का काम किया है डीजल पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर 15 रू कम कर मोदी भाजपा की सरकार एक्साइज ड्यूटी घटाने का दम भर रही है जबकि एक्साइज ड्यूटी बढ़ाया भी मोदी भाजपा की सरकार नहीं था आज भी मनमोहन सरकार के दौरान लिए जाने वाले एक्साइज ड्यूटी से मोदी सरकार की एक्साइज ड्यूटी 3 गुना ज्यादा है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड आयल के कीमत में 27 प्रतिशत की गिरावट आई है ऐसे में स्पष्ट समझ में आता है कि मोदी सरकार के मुनाफाखोरी का दुष्परिणाम गरीब जनता को उठाना पड़ा है भाजपा नेता राज्य सरकार पर झूठे आरोप लगाकर मोदी की मुनाफाखोरी और नाकामी को पर्दा नहीं कर सकते।