बिलासपुर। शिक्षक का महत्वपूर्ण योगदान हमारे जीवन को अंधकार से निकालकर प्रकाश की तरफ लेजाने के लिए होता है शिक्षा ही वो ससक्त माध्यम होता है जिससे हम अपना भविष्य गढ़ते है। और सफलता और बुंलदियों के शिखर तक पहुचते है। शिक्षा से ही हमारी समाज प्रदेश से लेकर देश तक में जय जयकार होती है शिक्षा व अमूल्य धन है जो सबसे सर्वपरि मानी गई है। लेकिन शिक्षा की आड़ में कुछ शिक्षक ऐसे घृणित कृत्य कर बैठते है जिससे समाज मे लोगो के लिए प्रश्नचिन्ह खड़ा हो जाता है कि हम अपने जिगर के टुकड़ो को स्कूल भेजे भी की नही, क्यू की जहां शिक्षा और शिक्षक के बीच तालमेल न बैठे और अकारण ही बच्चो को मार पड़े तो निश्चय ही अभिभावकों का मन व्यथित हो उठता है आइए आपको बताते है कि क्या है पूरा मामला
बिलासपुर में 11वीं कक्षा के छात्र की पिटाई करने वाले प्रिंसिपल को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। स्टूडेंट रात में दोस्तों के साथ हॉस्टल में जन्मदिन मनाने के बाद अपने कमरे में पढ़ रहा था। तभी दरवाजा खटखटाने के नाम पर प्रिसिंपल ने उसे कमरे से निकाल कर स्टम्प से जमकर पिटाई कर दी। उसे इतना मारा कि स्टम्प भी टूट गया। शनिवार को मामला सामने आने के बाद घायल छात्र को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, पुलिस ने प्रिंसिपल के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के अनुसार सरकंडा के मोपका में प्रयास एकेडमी है, जहां स्कूल के साथ ही हॉस्टल भी संचालतित होता है। यहां पंडरिया का रहने वाला भूयांश जायसवाल 11वीं कक्षा में पढ़ता है और हॉस्टल में रहता है। शुक्रवार की रात हॉस्टल में रहने वाले उसके दोस्त का जन्मदिन था। भूयांश दोस्तों के साथ जन्मदिन मनाने के बाद रात करीब 12 बजे कमरे में आकर पढ़ाई कर रहा था। रात करीब 12 बजे किसी स्टूडेंट ने प्रिंसिपल केपी पांडेय के कमरे का दरवाजा खटखटाया, जिससे नाराज प्रिंसिपल बाहर निकले, तब वहां कोई नहीं था। उन्होंने देखा कि वहां कोई नहीं है। इसके बाद वे भूयांश के कमरे में पहुंचे, जहां वह पढ़ाई कर रहा था। दरवाजा खटखटाने के नाम पर प्रिंसिपल ने उसकी बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी, जिससे उसके हाथ और पैर में चोट लगी है।जहाँ शिक्षक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वही इस घटना से शहर की जनता में रोष व्यप्त है।