रायपुर. छत्तीसगढ़ दौरे पर पहुंची राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को चैलेंज दिया है. रंजीत ने कहा कि स्मृति ईरानी यदि वास्तव में महिलाओं के साथ खड़ी हैं तो 1100 रुपए गैस सिलेंडर का विरोध करिए. मैं कांग्रेस में होने के बाद भी आपके साथ बैठकर गैस सिलेंडर की कीमत का विरोध जरूर करुंगी.
महिला हुंकार रैली को रंजीत रंजन ने ढकोसला बताया. उन्होंने कहा, स्मृति ईरानी शराबबंदी से पहले महिलाओं के हित की बात यदि करती हैं और महिलाओं के हित में तत्पर हैं और लीडर बनी हैं तो चैलेंज करती हूं कि आइए हमारे छत्तीसगढ़ आपका पूरा सम्मान है. गैस सिलेंडर लेकर आइए. 1100 रुपए सिलेंडर है, सच में आप महिलाओं के साथ हैं तो आप 1100 सौ का विरोध कीजिए, मैं कांग्रेस में होते हुए आपके साथ गैस सिलेंडर का विरोध करूंगी.
भाजपा ने लापता पोस्टर जारी किया था, इस पर रंजीत रंजन ने कहा, वह गलत कह रहे हैं. 6 को केटीएस तुलसी आए, भाजपा को याद दिलाऊ तो मैं नॉमिनेशन में आई, सर्टिफिकेट लेने आई, तीजा पोरा में आई, मैं कश्मीर की इंचार्ज हूं इलेक्शन और भारत जोडो पदयात्रा में बिजी थी. भाजपा वालों भाई अगर इतनी चिंता है तो बेरोजगारों को नौकरी देने के लिए कहे तो आप के मंत्री, प्रधानमंत्री दोनों के शब्द लापता हो जाते हैं. उसकी बात करें तो ज्यादा अच्छा है.
रंजीत रंजन ने अपने बस्तर दौरे को लेकर कहा, आमचो बस्तर खुबे सुंदर, पहली बार बस्तर जा रहे हैं. मेरा मेन टारगेट पूरा छत्तीसगढ़ घूमना है. यहां के लोगों को समझना है, राजनीतिक परिपेक्ष में जानना है और लोग क्या चाहते हैं स्थिति को समझना है. खुशनसीबी हैं कि बस्तर जा रहे हैं. स्काउट गाइड का प्रोग्राम है. समापन में मंत्री कवासी लखमा भी शामिल होंगे.
नक्सलियों पर राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन ने कहा, बिहार के कुछ इलाके नक्सल प्रभावित रहे हैं, अब कम हो चुका है. सभी नक्सली लोग गलत नहीं होते. बहुत लोगों को मिस यूज किया जाता है, बहुत लोग उनके नाम से दुकानें चला रहे होते हैं. वह भी इंसान हैं हम भी इंसान हैं, डर कैसा, छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद शांत हो चुका है. जो लोग यह पैदा कर रहे हैं वह नहीं चाहते कि शांति बहाल हो. हम लोग चाहते हैं शांति बहाल हो, इतना सुंदर बस्तर है. अगले महीने से सेशन शुरू कर रहे हैं. बस्तर को टूरिस्ट प्लेस के रूप में डिवलप करेंगे.
ट्रेनों की लेटलतीफी पर रंजीत ने कहा, अगले सत्र में अपॉइंटमेंट मिला तो छत्तीसगढ़ की ट्रेनों के लिए रेलवे मिनिस्टर से मिलेंगे. बिहार में नीतीश बाबू एनडीए के साथ थे तो कुछ अलग था. अभी कई सारी ट्रेनें रद्द हैं. 10 घंटे लेट भी चल रही. छत्तीसगढ़ में सौतेला व्यवहार करते हैं. रेलवे ही नहीं मनरेगा, शिक्षा में भी बजट को रोककर रखा गया है. ब्लेम राज्य में आएगा.