प्रोजेक्ट उन्नति के माध्यम से स्वरोजगार का प्रशिक्षण लेकर आत्मनिर्भर बनेंगे मनरेगा श्रमिक- श्रीमती जैन

बैकुण्ठपुर दिनांक 22/12/22 – महात्मा गांधी नरेगा योजनांतर्गत श्रमिकों को अकुषल रोजगार प्रदान करते हुए स्थायी आजीविका से जोड़ने के लिए विभिन्न संसाधन बनाए जा रहे हैं। इसके साथ ही पंजीकृत श्रमिक जो गत वित्तीय वर्ष में 100 का नियमित रोजगार कर चुके हैं उन्हे चिन्हित कर प्रषिक्षित भी किया जा रहा है। पंजीकृत श्रमिक महिला एंव पुरूषों की महात्मा गांधी नरेगा के अकुषल श्रम पर निर्भरता कम करने का महत्वपूर्ण उद्देष्य रखकर प्रोजेक्ट उन्नति के तहत उनका कौषल विकास किया जा रहा है। प्रोजेक्ट उन्नति के माध्यम से प्रषिक्षित होकर युवा श्रमिक अपना स्वयं का रोजगार स्थापित कर रहे है जिससे उनकी मनरेगा के अकुषल श्रम पर निर्भरता कम हो रही है। इसी तारतम्य में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के पंजीकृत श्रमिक युवाओं को आर सेटी के माध्यम से प्रोजेक्ट उन्नति के तहत बकरी व मुर्गी पालन का प्रषिक्षण प्रदान किया जा रहा है। कौषल विकास के इस प्रषिक्षण में प्रतिभागियों के चयन के संबंध में जिला पंचायत सीइओ श्रीमती नम्रता जैन ने बताया कि ऐसे श्रमिक जो गत वित्तीय वर्ष में 100 दिन का निरंतर अकुषल श्रम करते हैं उनकी सहमति के आधार पर उन्हे स्वरोजगार से जोड़ने के लिए प्रषिक्षित किया जाता है। महात्मा गांधी नरेगा के प्रोजेक्ट उन्नति के तहत कौषल विकास का प्रषिक्षण स्वरोजगार से जुड़ने के लिए प्रदान किया जाता है।
      अब तक कोरिया जिले के सभी जनपद पंचायतों में कुल 286 श्रमिकों को आरसेटी, केवीके के माध्यम से विभिन्न स्वरोजगार का प्रषिक्षण प्रदान किया जा चुका है और उनमें से बेहतर स्वरोजगार से आजीविका चलाने वाले सोनहत पोड़ी का एक पंजीकृत मनरेगा श्रमिक राष्ट्रीय स्तर पर पुरूस्कृत भी हो चुका है। प्रोजेक्ट उन्नति के तहत हो रहे प्रषिक्षण के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती नम्रता जैन ने बताया कि जनपद पंचायत बैकुण्ठपुर के ग्राम पंचायत मनसुख में एक क्लस्टर बनाकर आरसेटी के माध्यम से 53 श्रमिकों को बकरी पालन और मुर्गी पालन का प्रषिक्षण प्रदान किया जा रहा है। इनमें बकरी पालन का प्रषिक्षण लेने वाले 33 श्रमिक और मुर्गी पालन का प्रषिक्षण लेने वाले 20 श्रमिक षामिल हैं। बकरी पालन का प्रषिक्षण डाक्टर सौरभ बनर्जी के द्वारा तथा मुर्गी पालन की तकनीकी जानकारी विषय विषेषज्ञ डाक्टर अषोक पटेल के द्वारा प्रदान की जा रही है। जिला पंचायत सीइओ ने बताया कि प्रोजेक्ट उन्नति के तहत मनसुख क्लस्टर में हो रहे इस प्रषिक्षण में ग्राम पंचायत मनसुख, ग्राम पंचायत चिल्का, ग्राम पंचायत डोहड़ा और ग्राम पंचायत पोटेडांड के पंजीकृत श्रमिक हैं। श्रमिकों के बकरी और मुर्गी पालन का उक्त प्रशिक्षण दिनांक 17 दिसंबर से प्रारंभ हुआ है और आगामी 26 दिसंबर तक चलेगा। यह प्रशिक्षण आरसेटी के प्रषिक्षकों के

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