रायपुर। टैटू (गोदना) कला, एक्टिंग, रंग मंच, फिल्म मेकिंग, स्क्रिप्ट राइटिंग जैसी विधाओं के जरिए कैरियर बनाने के इच्छुक स्थानीय कलाकारों को गहन प्रशिक्षण प्रदान करने रायपुर में जिला खनिज न्यास निधि से वित्त पोषित “कौशल उन्नयन कार्यक्रम“ की शुरूआत 18 मई से हो रही है। इसके तहत तृतीय लिंग समुदाय, सफाई कामगार सहित शहर के जरूरतमंद परिवारों के कलाकार रोजगारोन्मुखी विधाओं संबंधी प्रशिक्षण प्राप्त कर स्व-रोजगार से जुड़ेंगे। रायपुर जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में नगर निगम रायपुर, शहरी आजीविका मिशन, रायपुर स्मार्ट सिटी लि. मिलकर इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का क्रियान्वयन करेंगे। दो दिवसीय कार्यशाला शहीद स्मारक भवन में 18 मई को सुबह 11 बजे से प्रारंभ होगा, जिसमें गहन प्रशिक्षण के अगले चरणों के लिए प्रतिभागियों का चयन होगा।
कला विधा की बारीकियों से अवगत कराने “कौशल उन्नयन कार्यक्रम“ की शुरूआत पहली बार रायपुर में की जा रही है। इसके अंतर्गत अपनी नैसर्गिक या पारंपरिक कला के जरिए जीविकोपार्जन के इच्छुक कलाकारों को गहन प्रशिक्षण प्रदान करने रूपरेखा तैयार की गई है। कार्यक्रम के अंतर्गत परंपरागत गोदना कला को बढ़ावा देने व इस विधा से जुड़े कलाकारों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर उनकी आय बढ़ाने की भी योजना है। इसके लिए मुम्बई व छत्तीसगढ़ के दूरस्थ अंचल में अपनी सेवा दे रहें “शैली टैटू स्टूडियों“ द्वारा परंपरागत व आधुनिक गोदना कला की बारीकियों की जानकारी कलाकारों को दी जाएगी। प्रशिक्षण निःशुल्क होगा एवं ऐसे प्रतिभागियों को चिन्हांकित किया जाएगा, जो गोदना कला को अपनी आजीविका बनाने हेतु इच्छुक हैं।
इसी तरह रंग मंच व फिल्म व्यवसाय की समस्त विधाओं जैसे- एक्टिंग, स्क्रिप्ट राइटिंग, फिल्म प्रोडक्शन, निर्देशन, व्यक्तित्व विकास आदि पर भी प्रशिक्षण की शुरूआत भी साथ ही की जा रही है। इस कार्यशाला से उन सभी कलाकारों को लाभ होगा, जो अपनी नैसर्गिक प्रतिभा से अभिनय व कला के विभिन्न क्षेत्रों में अपने कैरियर तलाश रहे हैं, गहन प्रशिक्षण से इनकी प्रतिभा को नया आयाम मिलेगा। हर आयुवर्ग के कलाकार इस कार्यशाला में शामिल हो सकेंगे। फिल्म व थिएटर के मशहूर कलाकार श्री भगवान तिवारी व इनोवेटिव विज़न की टीम इस कार्यशाला के जरिए इन कलाकारों को अभिनय की बारीकियों से अवगत कराएंगे। कार्यशाला में सम्मिलित होने इच्छुक कलाकार एन.यू.एल.एम., नगर निगम व रायपुर स्मार्ट सिटी लि. से संपर्क कर सकते हैं।
दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ 18 मई को प्रातः 11 बजे से शहीद स्मारक भवन सभागार, रजबंधा मैदान में होगा। इस कार्यशाला के माध्यम से कला को आजीविका के रूप में अपनाने के लिए संकल्पित कलाकारों का चयन अगले स्तर के प्रशिक्षण हेतु किया जाएगा, जिसमें दीर्घकालीन प्रशिक्षण सत्र के माध्यम से उनकी कला-प्रतिभा को तराशने में प्रशिक्षक अपनी भूमिका निभाएंगे। स्थानीय कलाकारों के नियमित मार्गदर्शन के लिए सर्व-सुविधायुक्त प्रशिक्षण केन्द्र का संचालन भी रायपुर में किया जाएगा। इसमें जिला खनिज न्यास निधि, रायपुर जिला प्रशासन, नगर निगम, रायपुर स्मार्ट सिटी लि., शहरी आजीविका मिशन की सहायता ली जा रही है।