विधान सभा परिसर स्थित स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित

रायपुर, दिनांक 12.01.2021

     राज्यपाल अनुसूइया उइके एवं विधान सभा अध्यक्ष डाॅ. चरणदास महंत ने आज स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के अवसर पर विधान सभा परिसर में प्रतिष्ठापित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हे नमन किया । इस अवसर पर संसदीय कार्यमंत्री  रविन्द्र चौबे, सांसद, कोरबा, श्रीमती ज्योत्सना महंत, विधान सभा उपाध्यक्ष  मनोज मंडावी, मान. विधायकगण, विधान सभा के प्रमुख सचिव  चन्द्र शेखर गंगराडे़ एवं विधान सभा के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे । 

    इस अवसर पर अपने संदेश में सुश्री अनुसूइया उइके ने कहा कि-स्वामी विवेकानंद जी युवाओं के प्रेरणाश्रोत रहे हैं उन्हे युवाओं का आदर्श भी माना गया है । आज राष्ट्र निर्माण के लिए युवाओं को कंधे से कंधा मिलाकर स्वामी विवेकानंद जी के बताये सिद्धांतों का अनुसरण करना होगा । उन्होंने कहा कि-आज हमारे सामने मौजूद चुनौतियों का पूरी क्षमता के साथ मुकाबला करने के लिए युवाओं को प्रशिक्षित करने और उन्हे सही मार्ग दिखाने की जरूरत है ।

    इस अवसर पर डाॅ. चरणदास महंत ने कहा कि-स्वामी विेवेकानंद जी ने अपने विचारों से समाज को एक नई दिशा दी । ’’उठो, जागो और तब तक आगे बढ़ो जब तक अपने लक्ष्य को प्राप्त न करो’’ का उनका संदेश आज भी हम सबके लिए प्रेरणादायी है । उन्होंने कहा कि-यह छत्तीसगढ़ का सौभाग्य है कि स्वामी विवेकानंद ने अपनी युवा अवस्था का कुछ समय यहाॅ व्यतीत किया । 11 सितम्बर 1893 को शिकागो की धर्म संसद में स्वामी विेवेकानंद जी के व्याख्यान ने स्वयं उन्हें तथा भारत को दुनिया में सर्वोच्च प्रतिष्ठा दिलाई । उन्होंने कहा कि-भारतीय सांस्कृतिक चेतना में नई जान फूंकने वाले स्वामी विवेकानंद ने भारतीय युवाओं में स्वाभिमान को जगाया और उम्मीद की नई किरण पैदा की ।

कार्यक्रम के पश्चात्  राज्यपाल ने विधान सभा परिसर का अवलोकन किया  एवं  विधान सभा परिसर स्थित सेन्ट्रल हाॅल में लगे महापुरूषों के तैलचित्रों एवं ’’संसदीय लोकतंत्र का विकास विषय पर बनी पेंटिंग्स "का अवलोकन करते हुए इसकी सराहना की ।  

इस अवसर पर  विधान सभा अध्यक्ष डाॅ. चरणदास महंत ने  राज्यपाल को शाल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर उन्हें सम्मानित किया ।

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