रायपुर, 02 अक्टूबर 2023।
राष्ट्रपिता के जन्मदिवस पर आयोजित हुई ग्राम सभा में टीबी रोग के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से ग्राम अमेठी और चपरिद में टीबी जागरूकता संवाद का आयोजन किया गया । इस चर्चा का मूल उद्देश्य लोगों को टीबी रोग के प्रति जागरूक करना साथ ही समय रहते उनका इलाज सुनिश्चित करवाना और रोग को फैलने से रोकना है ।
ग्राम सभा में आये लोगों से चर्चा करते हुए टीबी चैंपियन दीपक सोनकर ने बताया, शरीर में टीबी की बीमारी की शुरुआत माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस नामक बैक्टीरिया के संक्रमण के कारण होती है । शुरुआती दौर में तो शरीर में कोई लक्षण नहीं दिखते हैं । जैसे-जैसे यह संक्रमण बढ़ता है, परेशानियां भी बढ़ती हैं । जिनके शरीर की इम्यूनिटी कमजोर होती है । उन्हें इसका खतरा ज्यादा रहता है । टीबी भी खांसी, छींक के द्वारा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुँचती है । बैक्टीरिया इस बीमारी के वाहक होते हैं । प्रदेश में टीबी का उपचार शासकीय चिकित्सालयों में निशुल्क उपलब्ध है । ट्यूबरक्लोसिस यानी टीबी को सामान्य भाषा में यक्ष्मा, तपेदिक, क्षयरोग, एमटीबी या टीबी के नाम से जाना जाता है । कई मामलों में संक्रामक घातक बीमारी बन जाता है। टीबी का समय रहते पूर्ण इलाज संभव है ।
तारा साहू (एसटीएस) आरंग और जे. मरकाम (सीएचओ) रानीसागर ने बताया टीबी के शुरुआती लक्षणों में थकान, बुखार, खांसी, खांसते हुए सीने में दर्द, ठंड लगना, अचानक से वजन घटना शामिल हैं। कम से कम 6 महीने तक एंटीबायोटिक्स लेना शामिल है। अगर टीबी आपके मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी या आपके हृदय के आस-पास के क्षेत्र में फैल गया है, तो आपको कुछ सप्ताहों के लिए अतिरिक्त दवा लेने की भी आवश्यकता हो सकती है। मरीजों से आह्वान किया जाता है कि टीबी भयानक रोग नहीं है। सही देखभाल व इलाज पूरा करवाने से कीटाणु जड़ से खत्म हो सकता है । प्रोटीन से भरपूर फूड के साथ साथ साबुत अनाज जैसे ब्राउन राइस, गेहूं की रोटी विटामिन ऊर्जा आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते है।
ग्राम सभा में मुख्य रूप से ग्राम सचिव अमेठी गंगा प्रसाद साहू, तारा गायकवाड, नामदेव साहू, पुन्नी बाई बर्मन, छोटे बाई कुर्रे, मदहरीन बंजारे,वहीं चपरीद से प्रवीण कुमार साहू, हितेश साहू, तुलसी राम साहू, केसर साहू, राजेंद्र यादव के साथ ग्रामीण जन भी मौजूद रहे।