छत्तीसगढ़ में कांग्रेस राज में महिलायें ज्यादा सुरक्षित
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छत्तीसगढ़ से गायब महिलाओं, बच्चियों में 97 प्रतिशत की हुई घर वापसी
59933 गायब महिलाओं में 55713 बरामद की जा चुकी है
रायपुर/ 08 अक्टूबर 2023। कांग्रेस की सरकार बनने के बाद छत्तीसगढ़ में महिलाओं के प्रति अपराधों में कमी आई है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता मणि वैष्णव ने कहा कि भूपेश राज में महिलाओं के लिये जीवन जीने के लिये ज्यादा सुरक्षित माहौल बना है। महिलाओं के साथ घटित अपराधों के मामले में भूपेश सरकार में तेजी से कार्यवाही कर अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की गई है। महिलाओं के साथ हुये अपराधों में कांग्रेस राज में प्रकरण निराकरण और अपराधियों को पकड़ने की दर 82 प्रतिशत है जो यह बताता है कि छत्तीसगढ़ सरकार महिलाओं के साथ हुये अपराधों को रोकने में सख्त है। कांग्रेस सरकार बनने के बाद गुमशुदा महिलाओं और बच्चियों की बरामदगी में भी संवेदनशीलता बरती गयी है। 59933 गायब महिलाओं में 55713 बरामद की जा चुकी है। 2019 से 2021 तक कुल गुम 10817 बालिकाओं में से 10514 बालिकाओं बरामद किया गया जो 97 प्रतिशत है। 2019 से 2021 तक कुल गुम 49116 महिलाओं में से 45199 महिलाओं को बरामद किया गया जो 92 प्रतिशत है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि छत्तीसगढ़ में महिलाओं के साथ अपराधों में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद 68 प्रतिशत की कमी आई है। कांग्रेस सरकार बनने के तीन साल पहले और कांग्रेस की सरकार बनने के तीन साल बाद महिलाओं के साथ हुये अपराधों के आंकड़े इसकी गवाही देते है। बलात्कार के मामलों का तुलनात्मक विवरण इस प्रकार है- 2016-1626 मामले दर्ज हुये, 2017-1908 मामले, 2018-2091 मामले, 2019-1036 मामले, 2020-1210 मामले, 2021-1093 मामले। बलात्कार के प्रयास के मामले- 2017-19, 2018-27, 2019-09, 2020-08, 2021-07। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार 2018 में छत्तीसगढ़ बलात्कार के मामलों में पांचवें नंबर पर था, 2021 में भूपेश सरकार की महिला सुरक्षा नीतियों के कारण छत्तीसगढ़़ 11वे स्थान पर आ चुका था। जो अब 2022-23 में 18वे स्थान पर है। बलात्कार के प्रयास की घटनाओं में भी एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ 2018 तक 10वें स्थान पर था, जबकि भूपेश सरकार के बाद 2022 में छत्तीसगढ़ ने अपनी स्थिति में सुधार किया है और ये 16वें स्थान पर है। महिला के विरूद्ध घटित अपराध में छत्तीसगढ़ की स्थिति राष्ट्रीय स्तर पर 18वें स्थान पर है। राष्ट्रीय स्तर पर प्रति लाख आबादी पर महिला के विरूद्ध घटित अपराध की दर 63.3 है। जबकि छत्तीसगढ़ राज्य में प्रति लाख आबादी पर महिला के विरूद्ध घटित अपराध की दर 49.8 है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता मणि वैष्णव ने कहा कि रमन राज के दौरान सितम्बर 2013 में (यूनाइटेड नेशंस ऑफिस ऑन ड्रग्स एंड क्राइम) की रिपोर्ट आई कि रमन सरकार के दौरान छत्तीसगढ़ मानव तस्करी का केंद्र बन चुका था। दिल्ली मुंबई जैसे महानगरों में रेड लाइट इलाकों में पाई जाने वाली अधिकतर लड़कियां छत्तीसगढ़ के क्षेत्रों से लाई गई थी। महिलाओं और बालिकाओं की तस्करी के आंकड़ों के मामले में छत्तीसगढ़ देश के शीर्ष पांच राज्यों में शामिल था। रमन शासनकाल में 27000 से अधिक महिलाएं लापता थी।