रायपुर। छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के महासचिव गुरुचरण सिंह होरा ने आज कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण का दूसरा डोज लगवाया। इससे पहले 6 अप्रैल को होरा ने पहला डोज लगवाया था। कोरोना वैक्सीनेशन के दोनों डोज लेने के बाद होरा ने प्रदेश भर के लोगों से अपील की है कि वे इस महा अभियान का हिस्सा जरूर बने और प्रदेश को कोरोना मुक्त करने अपना योगदान दें।
महासचिव गुरुचरण सिंह होरा ने अपने दोनों डोज पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर में लगवाया। आज दूसरे डोज के बाद भी उन्हें आधे घंटे तक निरीक्षण कक्ष में रखा गया उसके पश्चात उन्हें वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र भी सौंपा गया।
सभी वार्ड के लिए समर्पित किया कूलर
CGOA महासचिव होरा ने इस मौके पर डॉ आंबेडकर अस्पताल में कोरोना मरीजों के प्रत्येक वार्ड के लिए एक-एक कूलर भी समर्पित किया ताकि चिकित्सा महाविद्यालय में उपचार करा रहे लोगों को इस गर्मी और उमस के मौसम में राहत मिल सके।
5 हजार राशन पैकेट का वितरण
CGOA एवं यूनियन क्लब के महासचिव गुरुचरण सिंह होरा ने एक तरफ से 5 हजार राशन पैकेट (चावल, दाल, तेल, नमक और सेनेटाइजर) का जहां वितरण करवाया वही रायपुर महापौर द्वारा चलाए जा रहे राशन वितरण अभियान में भी 5000 पैकेट सहयोग प्रदान किया है।
पत्रकारों के लिए रखी मांग
CGOA महासचिव होरा ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से पत्रकारों के लिए दो बड़ी मांगे रखी है। पहला यह कि पत्रकारों को प्रथम पंक्ति का कोरोना वारियर्स का दर्जा दिया जाए और दूसरा यह की पत्रकारों के वैक्सीनेशन के लिए अलग से रायपुर प्रेस क्लब में वैक्सीनेशन सेंटर खोला जाए।
गुरुद्वारों से राशन वितरण
कोरोना महामारी के इस विपदा काल में काफी लोग विषम परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं। इस बात का ख्याल रखते हुए ओलंपिक संघ के महासचिव गुरु चरण सिंह बताया कि राजधानी के सभी गुरुद्वारों में राशन वितरण की व्यवस्था बनाई गई है ताकि जरूरतमंदों को मदद मिल सके।
गुरुद्वारों में ऑक्सीजन व्यवस्था
महासचिव गुरु चरण सिंह इस मौके पर यह भी जानकारी दी कि रायपुर के सभी गुरुद्वारों में ऑक्सीजन की भी व्यवस्था की गई है ताकि जरूरतमंदों के लिए समय पर तत्काल सहायता पहुंचाई जा सके।
महासचिव होरा ने प्रदेश की जनता से बार-बार अपील की है कि कोरोना महामारी के इस जंग में जीत के लिए वैक्सीनेशन बेहद जरूरी है और इसके साथ ही कोरोना से बचाव के लिए संयमित होकर जीवन की दिनचर्या को चलाना आवश्यक है।