रायपुर 22 जुलाई.
दुर्ग- व्यक्तिगत जीवन में साधना करने से अंतरात्मा में रामराज्य की स्थापना होगी; परंतु सामाजिक और राष्ट्रीय जीवन में रामराज्य की स्थापना के लिए हमें अपना कर्तव्य ईमानदारी से निभाने के साथ-साथ भ्रष्टाचार, अनैतिकता और अराजकता के विरुद्ध लड़ना होगा। हमारे विचार और व्यवहार हिंदू संस्कृति के अनुकूल होने चाहिए। ‘हैलो’ नहीं, बल्कि नमस्कार या ‘राम-राम’ कहना, यह हमारी संस्कृति है; ‘टीवी’ पर धारावाहिक देखना नहीं, बल्कि ‘कीर्तन-भजन’ देखना, यह हमारी संस्कृति है; कोई अभिनेता नहीं, बल्कि राम-कृष्ण हमारे संस्कृति द्वारा दिए गए आदर्श हैं। हमारे आचरण और व्यवहार में हम संस्कृति की रक्षा करें। धर्म का पालन करें, ऐसा आवाहन हिंदू जनजागृति समिति के श्री. विद्याधर जोशी ने इस समय किया।
श्रीराम मंदिर, हुडको, भिलाई यहां गुरु पूर्णिमा महोत्सव भावपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। साथ ही देशभर में 71 स्थानों पर ‘गुरु पूर्णिमा महोत्सव’ भावपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ । इस समय सूर्यवंशी अखाडा परिषद् के महामंडलेश्वर पंडित अरुण मिश्रा उपस्थित थे | गुरुमहिमा अपरम्पार है | हम सभीको श्री गुरु के मार्गदर्शन से ही आगे बढ़ने की आवश्यकता है | इस रामराज्य स्थापना के कार्य में प्रत्येक हिन्दू को यथाशक्ति योगदान देने की आवश्यकता है ऐसा आवाहन उन्होंने अपने मार्गदर्शन में किया |
महोत्सव की शुरुआत श्री व्यासपूजा और प.पू. भक्तराज महाराज की प्रतिमा पूजा से हुई। सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत बालाजी आठवले द्वारा दिया हुआ संदेश पठन किया गया | देश-विदेश के भक्तों को गुरुपूर्णिमा का लाभ मिल सके इसके लिए हिंदू जनजागृति समिति द्वारा कन्नड़ और बंगाली भाषाओं में ऑनलाइन गुरुपूर्णिमा महोत्सव भी संपन्न हुए। इस माध्यम से देश-विदेश के भक्तों ने ‘गुरुपूर्णिमा महोत्सव’ का लाभ लिया।
आपला नम्र,
श्री. हेमंत कनसकर
हिंदु जनजागृती समिति
(संपर्क : ९९७७१६००३२)