विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO के प्रमुख डॉ टेड्रोस एडनोम गेब्रिएसेस ने शुक्रवार को कहा कि भारत में कोरोना संक्रमण की स्थिति अब भी बेहद चिंताजनक है.
उन्होंने कहा कि भारत के कई राज्यों में अब भी कोरोना के मामले कम नहीं हो रहे हैं. WHO प्रमुख ने कहा कि भारत के कई राज्यों में अब भी अस्पतालों में मरीज़ों की भर्ती के लिए मारामारी की स्थिति है और मौतें भी नहीं थम रही हैं.
डॉ टेड्रोस ने कहा कि दूसरे साल की कोरोना महामारी पहले साल की तुलना में ज़्यादा ख़तरनाक और जानलेवा है. WHO प्रमुख ने कहा कि भारत में कोरोना महामारी से लड़ने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन मदद कर रहा है.
उन्होंने कहा कि भारत में हज़ारों ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स, मोबाइल फील्ड हॉस्पिटल के लिए टेंट, मास्क और मेडिकल आपूर्ति भेजी जा रही है.
डॉ टेड्रोस ने कहा, ”भारत में हालात अब भी बेहद चिंताजनक हैं. कई राज्यों में संक्रमण के नए मामले बढ़ रहे हैं और मृतकों की संख्या भी बढ़ रही है.” डॉ टेड्रोस ने ये बाते दैनिक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कही. WHO प्रमुख ने कहा कि मैं उन सभी मुल्कों को शुक्रिया कहूंगा जो मुश्किल वक़्त में भारत को मदद पहुँचा रहे हैं.
भारत में हर दिन कोरोना के नए मामले लाखों में आ रहे हैं. शुक्रवार को भारत में कोविड के 3,40,000 नए मामले दर्ज किए गए थे. भारत में पिछले साल 19 दिसंबर को कोरोना संक्रमण की तादाद एक करोड़ पहुँच गई थी और अगले छह महीने में चार मई को दो करोड़ हो गए.
डॉ टेड्रोस ने कहा कि कोरोना को लेकर आपातकालीन स्थिति केवल भारत तक ही सीमित नहीं है. उन्होंने कहा, ”नेपाल, श्रीलंका, वियतनाम, थाईलैंड और मिस्र जैसे देश भी कोरोना के बढ़ते मामलों से परेशान हैं. इन मुल्कों में भी स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर हालात ठीक नहीं हैं. लातिन अमेरिकी देशों में कोरोना के नए मामले बढ़ रहे हैं.”
डॉ टेड्रोस ने कहा कि पिछले हफ़्ते कोरोना से जितनी मौतें हुईं उनमें लातिन अमेरिकी देशों का हिस्सा 40 फ़ीसदी है.
WHO प्रमुख ने कहा कि कुछ अफ़्रीकी देशों में भी कोरोना के नए मामले बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि इन देशों में WHO मदद पहुँचाता रहेगा. डॉ टेड्रोस ने कहा कि कोरोना से अब तक दुनिया भर में 33 लाख लोगों की जान जा चुकी है. उन्होंने कहा कि वैक्सीन की आपूर्ति अब भी पूरी दुनिया के लिए बड़ी चुनौती है.