राजनांदगांव 2 सितम्बर।
राजनांदगांव का महारानी लक्ष्मीबाई स्कूल: उद्यमीता भावना का नया अध्याय
राजनांदगांव के ऐतिहासिक महारानी लक्ष्मीबाई हायर सेकेंडरी स्कूल ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। 1950 से संचालित इस स्कूल में शनिवार को आयोजित स्वावलंबी भारत अभियान के अंतर्गत उद्यमी प्रोत्साहन सम्मेलन ने छात्राओं के मन में उद्यमिता की नई ज्वाला प्रज्वलित कर दी है।
सम्मेलन में शामिल हुईं 400 छात्राओं ने डॉ. रुबीना अल्वी और राकेश ठाकुर जैसी सफल महिला उद्यमियों से प्रेरणा लेकर अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने का संकल्प लिया है। लगभग 95% छात्राओं ने व्यापार, उद्योग या दुकानदारी करने का संकल्प लिया है।
स्वावलंबी भारत अभियान के राकेश ठाकुर ने बताया की यह सम्मेलन सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि एक क्रांति का आरंभ था। इसने साबित कर दिया कि आज की युवा पीढ़ी न सिर्फ पढ़ाई में बल्कि उद्यमिता के क्षेत्र में भी आगे बढ़ने के लिए तैयार है।
स्वावलंबी भारत अभियान के राकेश ठाकुर के अनुसार
यह सम्मेलन कई मायनों में महत्वपूर्ण है:
लड़कियों के सशक्तिकरण: इस सम्मेलन ने लड़कियों को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया है।
आर्थिक विकास: अधिक महिलाएं उद्यमी बनेंगी तो इससे क्षेत्र का आर्थिक विकास होगा।
राकेश ठाकुर के अनुसार समाज में बदलाव: महिलाओं का सशक्तिकरण समाज में बदलाव लाएगा।
महारानी लक्ष्मीबाई स्कूल ने हमेशा से छात्राओं को सशक्त बनाने का काम किया है। इस सम्मेलन ने एक बार फिर इस बात को साबित कर दिया है। आशा है कि ये छात्राएं अपने सपनों को साकार करेंगी और देश का नाम रोशन करेंगी।
यह सम्मेलन एक प्रेरणा है। यह हमें याद दिलाता है कि अगर हम चाहें तो कुछ भी हासिल कर सकते हैं।