नई दिल्ली 27 मई । देश में वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद से यह एक ट्रेंड बन गया है कि लोग वैक्सीन लेने के बाद सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरें शेयर करते हैं. सोशल साइट्स पर तस्वीरें डालने तक तो ठीक है , लेकिन अब भारत सरकार ने लोगों को आगाह करते हुए कहा है कि वैक्सीनेशन के सर्टिफिकेट सोशल मीडिया पर शेयर करने से बचें. इस संबंध में भारत सरकार की ओर से कारण बताते हुए कहा गया है कि सर्टिफिकेट में आपकी कई निजी जानकारियां दर्ज होती हैं. इन निजी जानकारियों के माध्यम से साइबर फ्रॉड आपको अपना अगला शिकार बना सकते हैं. यही कारण है कि भारत सरकार लगातार लोगों को अब सोशल मीडिया पर वैक्सीन संबंधित डॉक्यूमेंट नहीं डालने की अपील कर रही है.
गृह मंत्रालय ने ट्वीट कर दी सलाह
सोशल मीडिया पर डॉक्यूमेंट डालने संबंधित सलाह साइबर दोस्त अकाउंट से ट्वीट कर दी है. ट्वीट में कहा गया है कि वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट को सोशल मीडिया में शेयर करने से पहले सावधानी बरतें क्योंकि इसमें आपका नाम और अन्य निजी जानकारियां होती है जिसका कई लोग गलत तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं. बता दें कि को रोना काल में सबसे ज्यादा साइबर क्राइम के मामले दर्ज हो रहे हैं. घर बैठे लोगों को लूटने के लिए साइबर अपराधी तरह-तरह के नए हथकंडे अपना रहे. ऐसे में लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जी मंत्रालय का यह ट्वीट कब जमकर शेयर किया जा रहा है.
क्या जानकारी हो सकती है लिक
कोरोना का टीका लेने के लिए आपसे आपका नाम, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड का नंबर, टिकराकर केंद्र का नाम के साथ ही कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां दी जाती है. ऐसे में जब अपने टीकाकरण के बाद अपनी तस्वीर के साथ ही इन डॉक्यूमेंट को भी सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं तो ये जानकारियां भी सार्वजनिक हो जाती है. इन जानकारियों का साइबर क्राइम से जुड़े लोग गलत तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं.