मोदी सरकार ने देश की जनता को 7 वर्षों के कार्यकाल में किया बदहाल : मो. असलम
रायपुर/01 जून 2021। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मो. असलम ने कहा है कि मोदी सरकार के सात साल पूरे हो चुके हैं, लेकिन इस सरकार ने देश को 70 साल पीछे धकेलने में कोई कसर बाकी नहीं रखी है। बचे तीन वर्षों में केन्द्र सरकार अपने आश्वासनों पर खरी नहीं उतरती है तो देश की जनता को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है।देश की अर्थव्यवस्था बदहाल है, जनता की हालत डावाडोल और चौपट हो चुकी है। भारत के प्रति व्यक्ति आय में 8.24 प्रतिशत की गिरावट एक ताजा उदाहरण है। रेहड़ी पटरी वाले, गरीबी रेखा के लोग, सामान्य वर्ग, कर्मचारी, युवा, घरेलू महिला, व्यापारी, छोटे कारोबारी, बड़े व्यवसायी, उद्यमी, किसान सभी महंगाई, बेरोजगारी भ्रष्टाचार और आर्थिक तंगी से परेशान हैं। लेकिन केंद्र सरकार मदहोश-मदमस्त अपनी चाल में चल रही है। क्या मोदीजी ने देश की जनता को इसी अच्छे दिन के लिए आश्वस्त किया था? प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मो. असलम ने कहा है कि मोदी सरकार के दोबारा सत्तासीन होने के पश्चात यह सरकार जनहित के कार्यों से भी दूर हो गई और अपने पुराने एजेंडे पर काम कर रही है। जो स्व. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, स्व. वीर सावरकर और स्व. दीनदयाल उपाध्याय का सिद्धांत रहा है और उनकी सोच रही है। देश की जनता की नाराजगी, किसानों में रोष, भ्रष्टाचार पर रोक, महंगाई और बेरोजगारी में राहत प्रदान करना तो दूर अपने संकल्प पत्र की वादाखिलाफी करते हुए, अहंकार में रहते हुए, लोगों की परवाह किए बिना मोदी सरकार एकतरफा निर्णय ले रही हैं या फिर उसे संवैधानिक जामा पहनाया जा रहा है। इन 7 वर्षों में लोकतंत्र और संविधान की धज्जियां उड़ाई गई है। इस सरकार के आने के बाद देश की जनता ने विभिन्न पवित्र संस्थाओं के कार्यों में अविश्वास पैदा किया है। सरकार के निर्णयों की विश्वसनीयता, जवाबदेही एवं पारदर्शिता पर सवाल उठा है। यह किसी भी बहुमत वाली सरकार के लिए लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ है। सोशल मीडिया और सामान्य चर्चा में लोग बार-बार अपना विचार रख रहे हैं कि देश लोकतंत्र नहीं बल्कि तानाशाही प्रवृत्ति की ओर अग्रसर हो गया है। मोदीजी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार ने देश की जनता को बदहाल कर दिया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मो. असलम ने कहा है कि प्राकृतिक विपदा और महामारी जैसी विषम परिस्थिति देश में निर्मित नहीं हुई होती, तो ना जाने मोदी सरकार देश की जनता पर और क्या-क्या बोझ डाल देती? भारत की सीमाओं से लगे छोटे-छोटे पड़ोसी देश अब हमें सीख दे रहे है। हालत यह कि लगभग सभी पड़ोसी देशों से संबंध खराब हो चलें हैं। बांग्लादेश जैसे पड़ोसी देश की अर्थव्यवस्था भारत से अच्छी है वहां प्रति व्यक्ति आय भारत में प्रति व्यक्ति आय से 23 प्रतिशत अधिक है, क्या यह हमारे लिए चुनौती नहीं है? चीन की सेना के घुसपैठ सहित हर मोर्चे पर विफल होना इस बहुमत वाली केंद्र सरकार की नियति ही बन चुकी है। कांग्रेस पार्टी का स्पष्ट मानना है की जब से मोदी सरकार आई है देश को बांटने, लड़ाने व विभाजित करने का प्रयास हो रहा है और देश को दशकों पीछे धकेल दिया है। मोदी सरकार के 7 वर्षों के कार्यकाल ने देश की जनता को सिर्फ वैमनस्यता, कटुता और निराशा ही नहीं दिया अपितु उसे पूरी तरह से झकझोर भी दिया है? अब यह देश की जनता के लिए व्यापक विचार का विषय है।