आज भी धान खरीदी में भाजपा की केन्द्र सरकार बाधायें डालने में ही लगी है
भाजपा के बड़े नेताओं ने दिसंबर में ही बेच लिया अपना धान और अब किसानों की धान खरीदी में केन्द्र सरकार से डलवा रहे है बाधायें
भाजपा धान खरीदी के मुद्दे पर सिर्फ विरोध के नाम पर विरोध कर रही है।
किसानों को गुमराह करने के लिये भाजपा आंदोलन
रायपुर/20 जनवरी 2021। धान खरीद पर प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा आंदोलन नहीं अपने किसान विरोधी चरित्र के लिये प्रायश्चित करें। आज भी धान खरीदी में भाजपा की केन्द्र सरकार बाधायें डालने में ही लगी है। भाजपा धान खरीदी के मुद्दे पर सिर्फ विरोध के नाम पर विरोध कर रही है। किसानों को गुमराह करने के लिये भाजपा आंदोलन कर रही है। भाजपा के बड़े नेताओं ने दिसंबर में ही अपना धान बेच लिया और किसानों की धान खरीदी में केन्द्र सरकार से बाधायें डलवा रहे है। भाजपा सरकार ने अपने अंतिम कार्यकाल के वर्ष 17-18 में सिर्फ 12 लाख किसानों का धान खरीदा। 19.36 लाख हेक्टेयर रकबे का धान खरीदा जबकि 15 लाख किसान किसानों का पंजीयन था। कांग्रेस की सरकार इस साल अभी तक जब धान खरीदी के 10 दिन बचे हुए हैं 18.28 लाख किसानों का धान खरीद चुकी है। भाजपा सरकार के समय से 6.28 ज्यादा और 20.68 हेक्टेयर रकबा का धान रकबा का खरीद चुकी है। अभी तक धान खरीदी की जा रही है। पंजीयन में 21.52 किसानों का हुआ है। भाजपा की सरकार के मुकाबले इस साल 78.50 टन धान खरीदा जा चुका है जबकि उस साल पूरे समय में 56.88 लाख धान की खरीदी हुई है। इसे स्पष्ट है कि इन सारी चुनौतियों के बाद कांग्रेस की सरकार, भूपेश बघेल की सरकार धान खरीदी कर रही है। भाजपा के छत्तीसगढ़ इकाई सिर्फ विरोध के नाम पर विरोध कर रही है और अपनी बची खुची विश्वसनियता को समाप्त कर रही है नष्ट कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा का आंदोलन धान खरीदी पर सिर्फ और सिर्फ किसानों को गुमराह करने के लिए है। भाजपा के तमाम बड़े नेता दिसंबर महीने में ही धान बेच लिए है और अब धान खरीदी में बाधा डालने के लिए केंद्र सरकार के आदेश जारी करवाने में और आंदोलन के नाम पर किसानों को गुमराह करने में लगे हुए हैं। दरअसल भाजपा की केंद्र सरकार के किसान विरोधी चरित्र पर पर्दा डालने के लिए भाजपा के द्वारा छत्तीसगढ़ इकाई के द्वारा आंदोलन किया जा रहा है सिर्फ विरोध के नाम के लिए विरोध करना अच्छी बात नहीं है। न ही किसानों के हित में है और न ही राज्य के हित में है और भाजपा लगातार राज्य के हित और किसानों के हित को नुकसान पहुंचाने में लगे हुए हैं।