रायपुर। संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने शराबबंदी को लेकर भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा,की भाजपा खुद नहीं चाहती कि छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी हो।यही वजह थी कि इसको लेकर हमारी सरकार द्वारा बनाई गई समिति में भाजपा ने सम्मिलित होने से मना कर दिया है। विकास उपाध्याय ने ये भी खुलासा किया कि छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा शराब पीने वाले भाजपा के लोग हैं। कांग्रेस अब शराब दुकानों में लाइन लगाए ऐसे लोगों का फोटो खींच जनता को बताएगी।
विकास उपाध्याय ने भाजपा द्वारा सरकार के खिलाफ किये जा रहे विरोध के बीच आज कहा, कांग्रेस की भूपेश सरकार की सफल कार्यप्रणाली के चलते सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMI) ने बेरोजगारी के मामले में सबसे कम 2 प्रतिशत बेरोजगारी दर होने का रिपोर्ट छत्तीसगढ़ को दिया है। जबकि देश में कुल बेरोजगारी दर 10.8 प्रतिशत है। उन्होंने दावा किया कि अगले ढाई वर्ष में छत्तीसगढ़ बेरोजगार मुक्त प्रदेश होगा। उन्होंने कहा,छत्तीसगढ़ बेरोजगारी भत्ता देने वाला पहला राज्य भी बनने जा रहा है।जिनसे ऑनलाइन आवेदन मंगाने का काम शुरू कर दिया गया है।
विकास उपाध्याय ने शराबबंदी को लेकर बड़ा बयान दिया है और इसके लिए भाजपा को ही दोषी करार दिया है। उन्होंने कहा,तात्कालीन रमन सरकार ने छ.ग. के लोगों को अपने कार्यकाल में इस कदर 15 वर्षों तक शराब की लत लगा दी थी कि उसे अचानक से बंद करने पर विपरीत परिस्थितियाँ निर्मित हो सकती थीं। इसलिए हमारी सरकार द्वारा एक कमेटी का गठन किया। जिसमें वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा की अध्यक्षता में 9 विधायकों को सम्मिलित कर इस संबंध में एक विस्तृत रिपोर्ट बनाने की जिम्मेदारी दी गई। जिसमें कुछ ऐसे सदस्य हैं जो अन्य पार्टीयों से हैं, जिन्होंने आज तक इस दिशा में रूचि ही नहीं दिखाई तो भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने इसमें सम्मिलित होने से मना कर दिया। इसलिए कि भाजपा की मंशा कभी नहीं रही कि छ.ग. में शराब बंदी हो। परन्तु हमारी सरकार शराब बंदी को लेकर प्रतिबद्ध है, इसी के चलते 49 दुकानों को पहले ही बंद की जा चुकी है,अब इस दिशा में नई कमेटी बनाकर कार्य किया जाएगा।