मुख्यमंत्री श्री बघेल राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष श्री सरजियस मिंज के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से हुए शामिल
रायपुर, 31 जुलाई 2021/मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि प्रदेश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बीच बेहतर आर्थिक संतुलन के साथ समग्र विकास हमारा लक्ष्य है। बीते ढाई वर्षाें के दौरान छत्तीसगढ़ अपनी नई आर्थिक संरचना के साथ लगातार प्रगति कर रहा है। राज्य में नए आर्थिक स्त्रोतों की पहचान करने के साथ पुराने और परंपरागत आर्थिक स्त्रोतों को पुनर्जीवित करने का काम किया गया है। मुख्यमंत्री आज यहां अपने निवास कार्यालय से चतुर्थ छत्तीसगढ़ राज्य वित्त आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष श्री सरजियस मिंज के पदभार ग्रहण कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्बोधित कर रहे थे।
ज्ञातव्य है कि राज्य शासन द्वारा 29 जुलाई को अधिसूचना जारी कर चतुर्थ राज्य वित्त आयोग का गठन करते हुए श्री सरजियस मिंज को अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। श्री सरजियम मिंज ने आज मंत्रालय, महानदी भवन, नवा रायपुर में पदभार ग्रहण किया। इस अवसर पर सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और विधायक श्री गुलाब कमरो, विधायक द्वय श्री विनय भगत और श्री मोहित केरकेट्टा तथा वित्त विभाग की सचिव सुश्री शहला निगार भी उपस्थित थीं।
मुख्यमंत्री ने श्री सरजियस मिंज को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राज्य की वित्तीय व्यवस्थाओं के प्रबंधन में राज्य वित्त आयोग की अनुशंसाएं बड़ी मार्गदर्शक होती हैं। श्री मिंज ने प्रशासनिक अधिकारी के रूप में लम्बे समय तक छत्तीसगढ़ की सेवा की है। वे यहां के सामाजिक और आर्थिक ढांचे तथा राज्य सरकार की प्राथमिकताओं को अच्छी तरह समझते हैं, उनके अनुभवों का लाभ प्रदेश को मिलेगा। छत्तीसगढ़ राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष श्री सरजियस मिंज ने उन्हें नई जिम्मेदारी सौंपने के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि वे राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे। उनकी कोशिश होगी कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के संतुलित विकास के लिए संसाधनों का समुचित प्रवाह हो सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों, आदिवासियों और कृषकों के उत्थान के लिए किए जा रहे प्रयासों से उत्साह का वातावरण बना है। इस अवसर पर सर्वश्री जे. मिंज, भारत सिंह, बी.पी.एस. नेताम, आनंद टोप्पो, प्रभु किण्डो, विकास भास्कर, प्रिंस लकड़ा, वाल्टर कुजूर, विक्रम सिंह लकड़ा, टी. तिग्गा, डॉ. लक्ष्मण, जी.एस. धनंजय और जी.एल भास्कर मंत्रालय में उपस्थित थे।