कोरोना महामारी काल में भी लोगों के मानसिक स्वास्थ्य का रखा गया बेहतर ध्यान, स्वास्थ्य विभाग के काम को राष्ट्रीय स्तर पर मिली पहचान
रायपुर. 6 अगस्त 2021. छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया संस्था द्वारा कोरोना काल में मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत उत्कृष्ट सेवाओं के लिए ‘एक्सीलेंस इन मेन्टल हेल्थ’ अवार्ड से सम्मानित किया गया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला ने नई दिल्ली में आज आयोजित कार्यक्रम में राज्य की ओर से यह पुरस्कार ग्रहण किया।
मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी सेवाओं को राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुंचाने के लिए छत्तीसगढ़ का चयन इस पुरस्कार के लिए किया गया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला ने बताया कि कोविड-19 महामारी के समय राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित मेडिकल ऑफिसर्स और ग्रामीण चिकित्सा सहायकों की सहायता से मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं से प्रभावित हज़ारों लोगों की काउन्सलिंग की गई। इसके लिए राज्य स्तरीय नवाचार ‘चैम्प प्रोजेक्ट’ के अंतर्गत 1400 से अधिक मेडिकल ऑफ़िसर्स और ग्रामीण चिकित्सा सहायकों को देश की उत्कृष्ट संस्था नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंसेज (NIMHANS) बैंगलोर से प्रशिक्षण कराया गया है। इनके माध्यम से सभी स्वास्थ्य संस्थाओं तक मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी सभी सेवाओं को पहुंचाया गया। कोराना काल में जब बहुत से लोग मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे, तब स्वास्थ्य विभाग द्वारा मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत टेलीकम्युनिकेशन सेवा के माध्यम से उनका मनोबल बढ़ाया गया एवं अन्य स्वास्थ्य सेवाएं भी मुहैया कराई गईं।