रायपुर, 25 जनवरी 2021/राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर आज छत्तीसगढ़ लोक आयोग के प्रमुख लोकायुक्त न्यायमूर्ति श्री टी.पी.शर्मा ने कहा कि मतदाता अपने मत की कीमत को पहचाने और चरित्रवान उम्मीदवार का चुनाव करें। उन्होंने मतदाताओं को अपने मताधिकार का शतप्रतिशत उपयोग करने और बिना किसी दबाव, प्रलोभन में आये निर्भिक होकर मतदान करने को कहा। श्री शर्मा ने नये मतदाताओं को मतदाता पहचान पत्र(ईपिक कार्ड) वितरित किए। उन्होंने मतदाताओं से कहा कि मतदाता ईपिक कार्ड का उपयोग पहचान के लिए तो करते ही हैं, लेकिन जिसके लिए मिला है उसका उपयोग अनिवार्य रूप से करें। उन्होंने कोविड काल मंे सफलता पूर्वक मरवाही विधानसभा उपचुनाव सम्पन्न कराने के लिए निर्वाचन से जुड़े अधिकारियों-कर्मचारियों को बधाई दी। श्री शर्मा ने कहा कि निर्वाचन से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी जब कठिन परिस्थितियों में चुनाव कराने के लिए कृतसंकल्पित होते हैं, तो हमें भी अपने मत का उपयोग करने के लिए संकल्पित होना चाहिए। इस अवसर पर भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त के संदेश का प्रसारण भी सुना गया।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर प्रमुख लोकायुक्त श्री शर्मा ने मतदाताओं को शपथ दिलाई। उन्होंने मतदाताओं को ’हम भारत के नागरिक, लोकतंत्र में अपनी पूर्ण आस्था रखते हुए यह शपथ लेते हैं कि हम अपने देश की लोकतांत्रिक परम्पराओं की मर्यादा को बनाए रखेंगे तथा स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को अक्षुण्ण रखते हुए, निर्भीक होकर धर्म, वर्ग, जाति, समुदाय, भाषा अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना सभी निर्वाचनों में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे’ की शपथ दिलाई। प्रमुख लोकायुक्त ने इंदिरा गांधी कृषि महाविद्यालय के प्रेक्षागृह में दीप प्रज्जवलित कर राष्ट्रीय मतदाता दिवस का शुभारंभ किया। इसके पूर्व श्री शर्मा ने यहां आयोजित मतदाता जागरूकता प्रदर्शनी का अवलोकन किया और ई.व्ही.एम. और व्ही.व्ही.पी.ए.टी. मशीन की कार्यप्रणाली से अवगत हुए। श्री शर्मा ने निर्वाचन से जुड़े उत्कृष्ट कार्यो के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कार वितरित किए। इस अवसर पर राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त श्री ठाकुर राम सिंह ने कहा कि भारत की लोकतंत्र की खूबियां विश्व में कहीं नहीं मिलता। यहां एक मत पर सरकार गिर जाती है और एक मत पर सरकार बन जाती है। उन्होंने कहा कि मतदान सीधा अधिकार है। मताधिकार से कोई नही रोक सकता। उन्होंने कहा कि मतदाता होना भी पर्याप्त नही है, बल्कि मतदान कैसे करना है इसे भी जानना और समझना जरूरी है। मतदाता जागरूकता प्रदर्शनी के जरिए मतदान प्रक्रिया के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.एस.के.पाटिल ने वोटर आईडी के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि वोटर आईडी की कीमत और कर्तव्य का निर्वहन अवश्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें मतदाता जागरूकता प्रदर्शनी में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग के संबंध में नयी जानकारी मिली है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी छत्तीसगढ़ श्रीमती रीना बाबा कंगाले ने कहा कि हम लोग आज लोकतंत्र को समर्पित राष्ट्रीय उत्सव की 11वीं जयंती मना रहे हैं। इसकी शुरूआत भारत निर्वाचन आयोग की स्थापना दिवस पर 2011 से की गई है। इसका उद्देश्य मतदाताओं को सशक्त, सतर्क, सुरक्षित और जागरूक करना है। इस अवसर पर सेवा मतदाता और वायु सेना के जवानों का भी पुष्प गुच्छ से स्वागत किया गया।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय पुरस्कार भी वितरित किए गए हैं। इसके तहत राज्य के प्रत्येक संभाग से एक-एक ई.आर.ओ. और ए.ई.आर.ओ. को 7500 रूपए नगद पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया। प्रत्येक संभाग से एक-एक सहायक प्रोगामर को 6000 रूपए से पुरस्कृत किया गया। वर्ष 2020 में समग्र रूप से निर्वाचन कार्यों के संपादन में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए दुर्ग जिले को 10 हजार रूपए और वर्ष 2020 में स्वीप कार्य के क्रियान्वयन में उत्कृष्ट कार्य के लिए सरगुजा जिले को 10 हजार रूपए से पुरस्कृत किया गया। निर्वाचन में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए उप जिला निर्वाचन अधिकारी गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही और व्याख्याता शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कल्हाड़कट्टा जिला बस्तर को साढ़े सात-सात हजार और सर्वश्रेष्ठ क्रियेटिव स्लोगन तैयार करने के लिए कोरिया जिले के बैकुण्ठपुर तहसील के पटवारी को साढ़े सात हजार रूपए से पुरस्कृत किया गया।