रायपुर, 17 अप्रैल 2022 : अपने सांस्कृतिक मूल्य और सांस्कृतिक धरोहरों को सहेजने के साथ ही आर्थिक विकास का रास्ता हमने चुना, हमने अपने तीज त्योहारों परंपराओं को सहेजने की दिशा में कार्य किया। इसी क्रम में भक्त माता कर्मा की जयंती पर भी अवकाश आरंभ किया इस अवकाश की मांग सामाजिक जनों ने नहीं की थी लेकिन हमें महसूस हुआ कि भक्त माता कर्मा के भक्तों के लिए यह बहुत अच्छा कार्य होगा। यह संदेश मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दुर्ग जिले के ग्राम परसदा में साहू समाज के कार्यक्रम के अवसर पर दिया। इस अवसर पर उन्होंने आदर्श विवाह के नव दंपति को भी आशीर्वाद दिया। मुख्यमंत्री ने कुम्हारी में साहू समाज के सामुदायिक भवन के लिए 50 लाख रुपये की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सांस्कृतिक परंपराओं को सहेजने के साथ आर्थिक विकास का रास्ता भी हमने अपनाया है। उन्होंने कहा कि हमारी सांस्कृतिक मान्यताएं कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था से संबंधित है और इन्हें बढ़ावा देकर हम कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरी विकास के लिए भी तेजी से योजनाएं शासन ने आरंभ की है। कुम्हारी क्षेत्र में नगरपालिका के वार्डों के लिए 24 करोड़ रुपये के विकास कार्य किये जा रहे हैं। इसके साथ ही कुम्हारी क्षेत्र में स्कूलों का जीर्णाेद्धार भी होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजिम में साहू समाज के द्वारा बड़ा आयोजन किया जाता है ऐसे ही आयोजनों को ध्यान में रखते हुए हमने 55 एकड़ जगह क्षेत्र के विकास के लिए निर्धारित किया। यहां मंगल भवन बनाया जाएगा सामुदायिक भवन बनाया जाएगा तथा क्षेत्र का विकास इस तरह से किया जाएगा ताकि सामाजिक जनों को सामाजिक कार्यक्रम करने में किसी तरह की दिक्कत ना आए।
विधायक धनेंद्र साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा सामाजिक जनों को बढ़ावा दिए जाने के लिए जिस तरह से पहल की जाती रही है उससे सामाजिक जनों का उत्साह बढ़ा है। उन्होंने कहा कि सामाजिक एकजुटता के माध्यम से ही देश का विकास संभव है। इस मौके पर दीपक ताराचंद साहू ने भी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि एकजुटता से ही समाज का विकास संभव है समाज द्वारा सकारात्मक गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है जिससे सामाजिक जनों को तो लाभ होगा ही, प्रदेश का विकास भी तेजी से होगा। इस मौके पर कुम्हारी नगर पालिका के अध्यक्ष राजेश्वर सोनकर ने भी मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। इस मौके पर साहू समाज के पदाधिकारी गण एवं परसदा के ग्रामीण मौजूद थे।