स्वच्छता पर किशोरियों ने पूछे प्रश्न
रायपुर 21 सितंबर 2022, गुढ़ियारी सेक्टर में आगनाबाड़ी केंद्र पर किशोरियों के लिए मासिक धर्म स्वच्छता की जानकारी के लिए एक पाठशाला का आयोजन किया गया। इस जागरूकता कार्यक्रम में क्षेत्र की किशोरियों ने भाग लेते हुए कई प्रश्न भी पूछे जिसका उत्तर गुढ़ियारी सेक्टर की पर्यवेक्षक रीता चौधरी द्वारा दिया गया। उन्होंने किशोरियों को व्यक्तिगत स्वच्छता, यौन शिक्षा के साथ-साथ पोषण आहार के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी ।
इस सम्बन्ध में गुढ़ियारी सेक्टर की पर्यवेक्षक रीता चौधरी ने बताया: ‘’पोषण माह के अंतर्गत किशोरियों के लिए मासिक धर्म एवं स्वच्छता पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई। खानपान पर भी किशोरियों को को जानकारी देने के लिए पौष्टिक थाली की प्रदर्शनी रखी गई । इस मौके पर उनको बताया गया कि प्रतिदिन अपने भोजन में दाल, चावल, रोटी, सब्जी भाजी का आवश्यक रूप से प्रयोग करें ताकि स्वास्थ्य अच्छा रहे। इस दौरान किशोरियों के लिए सेल्फी जोन भी बनाया गया था । जहाँ पर किशोरियों ने बड़े उत्साह से अपने फोटो लिए।“
स्वच्छता पाठशाला में किशोरियों को माहवारी से संबंधित जानकारी भी दी गई। इस दौरान किशोरियों को बताया गया कि गंदे कपड़े के इस्तेमाल के कारण खुजली, जलन और कई बार माहवारी के अनियमित होने की समस्या भी आ सकती है । मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता व्यवहार न अपनाने पर आगे चल कर सर्वाइकल कैंसर या गर्भाशय से संबंधित दिक्कतें भी आ सकती हैं। माहवारी के दौरान सेनेटरी पैड के इस्तेमाल से 90 फीसदी संक्रमण का खतरा कम रहता है। साथ ही सेनेटरी पैड हर चार घंटे में बदलना चाहिए। किशोरियों को उनके अधिकार जानने और इस उम्र में होने वाले शारीरिक बदलाव तथा इस दौरान किशोरियों को किन-किन परेशानियों का सामना करना पड़ता है के बारे में बताया गया।
किशोरियों को सही पोषण, यौन और प्रजनन स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य, चोट एवं लैंगिक हिंसा तथा मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन के महत्व के विषय में जागरूक किया गया। किशोरियों के प्रश्नों के माध्यम से आयी समस्याओं और भ्रांतियों का निराकरण भी किया गया ।
कार्यक्रम के दौरान सुनीता (बदला हुआ नाम) ने पूछा कि माहवारी के दौरान संक्रमण से कैसे बचा जा सकता है? वहीं अनीता (बदला हुआ नाम) ने पूछा माहवारी के समय जो दर्द होता है क्या वह शरीर के लिए नुकसानदायक होता है? इस पर रीता चौधरी ने माहवारी के दौरान सेनेटरी पैड का प्रयोग करने पर जोर दिया क्योंकि इसके प्रयोग से संक्रमण की संभावना नहीं रहती है। वहीं माहवारी के दौरान दर्द होना एक सामान्य प्रक्रिया है किन्तु अत्यधिक दर्द होने पर डॉक्टरी सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
इस दौरान किशोरियों को आयरन के महत्व के बारे में समझाया गया। एनीमिया से निपटने के लिए भी जागरूक किया गया है। 11 से 19 वर्ष तक के किशोरियों को सही पोषण आहार के साथ व्यक्तिगत स्वच्छता की जानकारी, यौन शिक्षा की आवश्यकता, किशोरावस्था के बारे में पूर्ण जानकारी होना जरूरी है। किशोरियों-बालिकाओं को फोलिक एसिड की गोलियां भी डॉक्टर की सलाह से लेना चाहिए। इस दौरान किशोरियों के लिए प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी आयोजित की गई।
पौष्टिक भोजन जरूरी
मासिक धर्म के दौरान आराम और पौष्टिक भोजन का सेवन करना चाहिए। पीरियड्स के समय कई बार शरीर में दर्द होता है। इसलिए गर्म पानी से नहाएं, खानपान का ख्याल रखें पाचक आहार का सेवन करें। साफ सफाई न अपनाने से यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन, ल्यूकोरिया जैसी बीमारी के साथ-साथ कई प्रकार के संक्रमण हो सकते हैं।
क्यों जरूरी है आयरन
इस मौके पर आयरन के महत्व के बारे में भी समझाया गया। और एनीमिया से निपटने के लिए भी जागरूक किया गया है। 11 से 19 वर्ष तक के किशोरियों को सही पोषण आहार के साथ व्यक्तिगत स्वच्छता की जानकारी, यौन शिक्षा की आवश्यकता, किशोरावस्था के बारे में पूर्ण जानकारी होना जरूरी है। किशोरियों-बालिकाओं को फोलिक एसिड की गोलियां भी डॉक्टर की सलाह से लेना चाहिए।