बिलासपुर,लालच में इंसान अंधा हो जाता है उसमें अच्छे बुरे, ऊंच नीच की तमीज़ ही नही रह जाती कहते है न कि रिश्तों को कलंकित करने के साथ भरोशे को तोड़ना कितना मंहगा पड़ेगा अपराधियो ने सोचा भी नही होगा, कहते है न कि विनाश काले विपरीत बुद्धि, पुलिस की सगजता और त्वरित कार्यवाही से एक बड़ी वारदात पर जहां लगाम लगा वही रिश्तों को शर्मशार करने वालो पर कानून की पकड़ के आगे सारे मंसूबे धरे के धरे राह गया आइए आपको बताते है कि क्या थी पूरी घटना
बीते दिनों यानी 20 नवंबर 2019 को भाजपा कार्यालय के पास से 6 साल के मासूम को अगवा कर लिया गया था. अपहरण की स्क्रिप्ट लिखने वाली बच्चे की बड़ी मम्मी और 4 लोग इसमें शामिल थे.
आपको बता दें कि 21 अप्रैल को भाजपा कार्यालय के सामने गली से 6 साल के बच्चे अपहरण हुआ था. बच्चे को बिलासपुर के जरहाभाटा इलाके से पुलिस ने बरामद किया था. फिर इस मामले में पुलिस ने विराट की बड़ी मां को गिरफ्तार किया था. अपहरण कांड की मास्टर माइंट नीता सराफ ही थी. नीता ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपहरण की साजिश रचि थी. पुलिस ने अपहरण का कारण 6 करोड़ रुपये की फिरौती बताया था.
विराट अपहरण कांड में आज न्यायाधीश फर्स्ट एडीजे सुनील कुमार जयसवाल की कोर्ट में यह मामला सुनवाई किया गया था. जिसमें आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। इस घटना से जहाँ विराट का परिवार इंसाफ मिलने से खुश है। वही इस तरह के बुरे कार्यो को करने वालो में डर और कानून की पकड़ क भय बना रहेगा।