रायपुर 11 मार्च । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की मुख्य प्रशासिका दादी हृदयमोहिनी जी (गुलजार दादी) के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है।
मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा है कि दादी हृदयमोहिनी जी के निधन का दुखद समाचार मिला। उन्होंने आज शरीर का त्याग कर दिया है। महाशिवरात्रि के दिन ही वह कैलाशवासिनी हो गयी हैं। उन्हें कोटि-कोटि प्रणाम एवं विनम्र श्रद्धांजलि
- मुंबई के सैफी अस्पताल में गुरुवार सुबह 10. 30 बजे ली अंतिम सांस
- एयर एर्केन से पार्थिव देह को आज लाया जाएगा शांतिवन मुख्यालय
- दाद जी की पार्थिव देह को कल अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा
- 13 मार्च को माउंट आबू मे अंतिम संस्कार शांतिवन के बगीचे में होगा
- दिव्य दृष्टि का था वरदान, एक साल पहले दीदी जानकी के निधन के बाद नियुक्त की गई थी ब्रह्माकुमारीज़ की मुख्य प्रशासिका
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की मुखिया राजयोगिनी दादी हृदयमोहिनी का गुरुवार सुबह 10.30 बजे देवलोकगमन हो गया। 93 वर्ष की आयु में उन्होंने मुंबई के सैफी अस्पताल में अंतिम सांस ली। उन्हें दिव्य बुद्धि का वरदान प्राप्त था। एयर एकर्न्स से उनके पार्थिव शरीर को ब्रह्माकुमारीज़ के आंतरिक मुख्यालय आबू रोड, शांतिवन लाया जाएगा। 12 मार्च को उनकी पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए शांतिवन में रखा जाएगा। 13 मार्च को सुबह माउंट अबू के ज्ञान सरोवर अकादमी में अंतिम संस्कार किया जाएगा। ग्रैंड के निधन पर छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अमुइया उइके, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी है।
ब्रह्माकुमारीज़ के सूचना निदेशक बीके करुणा ने बताया कि राजयोगिनी दादी हृदय मोहिनी जी का स्वास्थ्य कुछ समय से ठीक नहीं चल रहा था। मुम्बई के सैफी अस्पताल में आपका स्वास्थ्य लाभ चल रहा था। दीदीजी के निधन की सूचना पर संस्थान के भारत सहित विश्व के 140 देशों में स्थित सेवाकेन्द्रों पर शोक की लहर दौड़ गई। साथ ही ब्रह्माकुमारीज़ के आगामी कार्यक्रमों को सुरक्षित कर दिया गया है। साथ ही विश्वभर में योग साधना का दौर चल रहा है।