रामकथा में भाषा बाधक नहीं

राष्ट्रीय रामायण महोत्सव

रामकथा में भाषा बाधक नहीं

कंबोडिया की भाषा से लेकर कन्नड़ तक में सुनाया जा रहा है श्रीराम का सुंदर चरित

भाषा अनबुझ लेकिन कलाकारों के भावों से सब कुछ समझ रहे है दर्शक

प्रस्तुतियों में सुंदर वाद्य यंत्रों और संस्कृत भाषा का सुमधुर प्रभाव

एलईडी स्क्रीन से रामायण के मंचन का आनन्द ले रहे है दर्शक

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