कोविड मरीजों के लिए 28 हजार 454 बिस्तर जिसमें साढे़ ग्यारह हजार से अधिक आॅक्सीजन बिस्तर
राज्य में 15 नए आक्सिजन जेनरेशन प्लांट स्थापित किए गए
रायपुर 23 अप्रैल 21/ राज्य शासन कोविड मरीजों के उपचार के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। संक्रमितों के लिए बिस्तरों की संख्या बढ़ाई गई, मेडिकल आॅक्सीजन एवं रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। आक्सीजेनेटेड बेड की संख्या बढ़ाए जाने के लिए राज्य में 15 नए आक्सिजन जेनरेशन प्लांट स्थापित किए गए हैं। राज्य शाासन ने निजी अस्पतालों मंे कोविड मरीजों के उपचार की मानिटरिंग के लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए हैं।
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश के 37 डेडिकेटेट शासकीय अस्पतालों और 154 कोविड केयर संेटरों में बिस्तरों की संख्या 21565 हैं जिसमें 6310 आक्सीजन बिस्तर है। राज्य के निजी अस्पतालों में कुल 6889 बिस्तर है जिनमें से 5346 आक्सीजन बिस्तर हैं। प्रदेश में शासकीय और निजी मिला कर कुल 9132 बिस्तर ऑक्सीजन सुविधा युक्त हैं। इन अस्पतालों में लगभग 14000 चिकित्सा कार्य में तथा लगभग 29000 सहायक के कार्य में सेवाएं दे रहे हैं। राज्य में 1002 वेंटिलेटर हैं जो 526 शासकीय अस्पतालों में और 476 निजी अस्पतालों में उपलब्ध हैं। केन्द्र शासन से और वेंटिलेटर की मांग की जा रही है ।
आक्सीजेनेटेड बेड की संख्या बढ़ाए जाने के लिए राज्य में 15 नए आक्सिजन जेनरेशन प्लांट स्थापित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त 9 प्लंाट प्रक्रियाधीन हैं जो अगले सप्ताह स्थापित हो जाएंगे।। राज्य में 234 मेट्रिक टन आक्सिजन उपलब्ध है तथा इसके वितरण में सहायता के लिए 8000 इंडस्ट्रीयल सिलेंडर को मेडिकल ऑक्सिजन सिलेंडर में परिवर्तित किया जा चुका है ।
राज्य मे ं9 लिक्विड ऑक्सिजन स्टोरेज यूनिट की स्थापना की अनुमति केंद्र शासन से ली जा रही है। कम्प्रेसड लिक्विड ऑक्सिजन ,विस्फोटक की श्रेणी में आने के कारण ,पेट्रोलियम एवं इक्स्प्लोसिव सेफ्टी आर्गेनाइजेशन से अनुमति की आवश्यकता होती है । इंजेक्शन रेमडेसिविर की कमी दूर करने के लिए आज 15000 इंजेक्शन अस्पतालों में भर्ती रोगियों को उपलब्ध कराया जा रहा है ।
राज्य में 1915 टेस्ट प्रति मिलियन किए जा रहे है जबकि राष्ट्रीय औसत 1480 है। कोरोना रोगियों की जाँच नियमित रूप से आरटीपीसीआर, ट्रु नाट और ऐंटिजेन विधि से की जा रही है । कल 55 हजार से अधिक टेस्ट किए गए थे। राज्य में कुल टेस्ट का 40 प्रतिशत आर टी पी सी आर किया जा रहा है जिसे और बढ़ाया जाएगा। संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की कांटैक्ट ट्रेसिंग कर उनकी भी जांच करवाई जा रही है।