रायपुर। संसदीय सचिव एवं विधायक विकास उपाध्याय लाॅकडाउन में ढील के बाद जिस तरह से लोग घर से निकलकर सार्वजनिक जगहों में भीड़ बढ़ा रहे हैं, उसे लेकर चिंता व्यक्त की है और आज वे स्वयं उन जगहों में पहुँचकर लोगों से अपील करते रहे कि अतिआवश्यक जब तक न हो घर के सदस्य घर से न निकलें एवं कोशिश यह हो कि एक घर से एक सदस्य ही दैनिक कार्यों को लेकर मार्केट में जाये। विधायक इस दौरान जिन लोगों ने मास्क नहीं लगाया था, पर भी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा, आप लोग स्वयं अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं एवं उन सभी को मास्क का वितरण भी किया।
विधायक विकास उपाध्याय वार्डों की बैठक के दौरान कई उन सार्वजनिक जगहों में भी दौरा कर अनावश्यक रूप से हो रहे भीड़ को लेकर चिंता व्यक्त की है। इस दौरान वे स्वयं लोगों के बीच जाकर अपील करते रहे कि अनावश्यक रूप से आप लोग लाॅकडाउन में ढील का फायदा न उठायें। इससे संक्रमण के दर में जिस तरह से कमी आई है वह कभी भी बढ़ सकता है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अतिआवश्यक कार्य होने पर ही घर से एक सदस्य मार्केट एवं सार्वजनिक जगह में कोविड के नियमों का पालन करते हुए निकलें। यही अन्य सदस्यों के लिए सुरक्षा कवच होगी। इस बीच वे अधिकांश लोगों को देखा कि मास्क ही नहीं लगाए हैं जिन पर वे भड़क उठे और कहा, ऐसा कर आप लोग स्वयं अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। इस दौरान विधायक द्वारा सभी लोगों को मास्क का वितरण भी किया गया।
विकास उपाध्याय आज नियमित बैठक के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक भी ली और कहा कि आप लोगों के द्वारा कोरोना काल में किए गए कार्यों को ही जनता याद रखेगी।इसलिए सरकार की योजनाओं को यही समय है जब लोगों के बीच पहुँचाया जाए और लोगों को इसका लाभ दिलाया जाए। बेहतर होगा कि इस काल में सेवा भाव से अन्तिम व्यक्ति तक लोगों की सेवा में अपना समय दें। उन्होंने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया कि उनकी नजर में जो भी व्यक्ति बगैर मास्क के दिखाई दे, वे स्वयं उसको संज्ञान में लें और मास्क लगाने के फायदों को बताते हुए मास्क लगाने प्रेरित करें। ज्ञातव्य हो कि लाॅकडाउन में ढील के बाद रायपुर शहर सहित गली-मोहल्लों में लोगों की भारी भीड़ देखी जा रही है। इसी को ध्यान में रख विधायक विकास उपाध्याय मुआयना करने पश्चिम विधानसभा के विभिन्न क्षेत्रों का आज दौरा कर लोगों से सीधा संवाद किया। इस बीच वे वैक्सीनेशन केन्द्रों में भी जाकर निरीक्षण किया, जहाँ सारी चीजें व्यवस्थित तरीके से संचालित हो रही हैं।