मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार किसानों को धान के समर्थन मूल्य के अलावा न्याय योजना से प्रति एकड़ 9000 रू. अतिरिक्त दे रही भाजपा नेताओं को धान का समर्थन मूल्य 2590 रू. क्विंटल कराने के लिए पीएमओ दफ्तर के सामने धरना देना चाहिए:ठाकुर

तीन काले कृषि कानून का समर्थन करने वाले भाजपा नेता किसानों की दिखावटी चिंता कर रहे 
किसान भी तो धान के समर्थन मूल्य की गारंटी मांग रहा हैं जिसे देने से मोदी भाजपा की सरकार भाग रही 

रायपुर/12 जून 2021। भाजपा के बयान पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया व्यक्त की। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार किसानों को धान के समर्थन मूल्य के अतिरिक्त राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से 9000 रू. प्रति एकड़ अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि दे रही है और धान ही नहीं बल्कि कोदो, कुटकी, रागी, मक्का, गन्ना, दलहन, तिलहन सहित धान के फसल के स्थान पर फलदार वृक्ष लगाने वाले किसानों को भी प्रति एकड़ 10000 रू. की प्रोत्साहन राशि दे रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने किसानों से किए वादे को पूरा किया है। किस मुंह से भाजपा नेता किसानों को एक मुश्त 2500 रू. देने की मांग कर रहे है, जब उनकी ही मोदी सरकार किसानों को धान का एकमुश्त 2500 रू. प्रति क्विंटल देने पर अवरोध लगाती है। सेंट्रल पुल में चावल लेने पर भेदभाव करती है नियम शर्ते लगाती है सेंट्रल पुल में 60 लाख मीट्रिक टन चावल लेने का सैद्धान्तिक सहमति देने के बाद मात्र 40 लाख मीट्रिक टन चावल लेने की अनुमति प्रदान कर छत्तीसगढ़ के किसानों के साथ धोखा करती है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा की मांग जायज है। और मोदी भाजपा ने लोकसभा चुनाव के दौरान किसानों से स्वामीनाथन कमेटी के सिफारिश के अनुसार लागत मूल्य का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य देने सस्ते दरों में डीजल रासायनिक खाद कृषि यंत्र एवं 2022 तक उनकी आय दोगुनी करने का वादा भी किया है और धान के समर्थन मूल्य निर्धारित करने का अधिकार मोदी सरकार के पास है तो निश्चित तौर पर किसानों को धान का समर्थन मूल्य 2590रू. नही बल्कि वादा अनुसार 3400 रुपए प्रति क्विंटल मिलना चाहिए और किसानों से किए वादों को पूरा कराने के लिए भाजपा नेताओं को पीएमओ दफ्तर के सामने धरना देना चाहिए। 
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा नेताओं के कथनी और करनी में जमीन आसमान का अंतर है। तीन काले कृषि कानून का समर्थन करने वाले भाजपा नेता अब किसानों के नाम से दिखावटी चिंता कर रहे हैं। तीन काले कृषि कानून को वापस लेने की मांग कर रहे किसानों को आतंकवादी, नक्सली, टुकड़े-टकड़े गैंग, पाक परस्त बताने वाले भाजपा नेता अब किसानों के नाम से राजनीति कर रहे है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि किसानों के साथ वादाखिलाफी करना भाजपा का चरित्र हो गया है। रमन सरकार के दौरान भी किसानों से किए वादे को पूरा नहीं किया गया। 2100 रू. धान का समर्थन मूल्य प्रति क्विंटल और 300 रू. प्रति क्विंटल बोनस देने का वादा कर किसानों के साथ वादाखिलाफी किया गया था। बीते 7 साल से केंद्र में बैठी मोदी भाजपा की सरकार ने भी किसानों से किये वादा से मुंह मोड़ लिया है, किसानों के साथ विश्वासघात किया है। किसानों से किए वादों को पूरा करने के बजाए और रासायनिक खाद, डीजल के दामों में बेतहाशा वृद्धि कर कृषि यंत्रों में मनमानी टैक्स लगाकर किसानों पर कुठाराघात कर रही है, किसानो की आमदनी खत्म कर रही है। किसानों की फसल को खरीदने से बचने के लिए तीन काले कृषि कानून लाकर किसानों को चंद पूंजीपतियों के गुलाम बनाने की साजिश कर रही है और भाजपा के नेता किसानों के नाम से राजनीति कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ की जनता भाजपा के किसान विरोधी चरित्र को जानती और पहचानती है।

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