कोरबा। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और छत्तीसगढ़ किसान सभा द्वारा गेवरा खदान क्षेत्र में आने वाले विस्थापित और पुनर्वास ग्रामों में बसाहट तथा भूविस्थापितों की रोजगार व मुआवजा की समस्या को लेकर गेवरा खदान बंद की चेतावनी के बाद एसईसीएल प्रबंधन हरकत में आया है। कल गेवरा महाप्रबंधक एस के मोहंती के निर्देश पर एल एंड आर, सिविल, इलेक्ट्रिक आदि विभागों के अधिकारियों ने गंगागनगर का दौरा किया तथा पुनर्वासित परिवारों समस्याओं को जानने-समझने और उनका समाधान करने की कोशिश की। एसईसीएल महाप्रबंधक की इस सकारात्मक पहलकदमी का माकपा ने स्वागत किया है।
कल एसईसीएल केसभी अधिकारियों ने ग्रामीणों के साथ गंगानगर गांव का भ्रमण किया। माकपा जिला सचिव प्रशांत झा, जवाहर सिंह कंवर, संजय यादव, शशि, देवकुमार और पुरषोत्तम ने उन्हें ग्राम की समस्याओं से अवगत कराया तथा गौठान, मनोरंजन गृह, श्मशान घाट, पार्क, स्ट्रीट लाईट, नदी के किनारे पचरी तक पहुंच मार्ग, बाजार का विस्तार आदि कार्यों के लिए जगह का सर्वे और जगह चिन्हित की। एसईसीएल अधिकारियों ने जल्द ही सभी कार्यो को पूर्ण करने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया है।
माकपा जिला सचिव प्रशांत झा ने गेवरा महाप्रबंधक से गंगानगर के साथ ही गेवरा खदान क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी खातेदारों को स्थाई रोजगार देने, लंबित रोजगार प्रकरणों का तत्काल निराकरण करने, सभी भू विस्थापितों को भू विस्थापित प्रमाण पत्र देने की मांग को भी जल्द पूरा करने की मांग की।
किसान सभा के जिलाध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर ने कहा है कि यदि महाप्रबंधक के आश्वासन के अनुसार धरातल पर कार्य होता नहीं दिखेगा, तो माकपा और किसान सभा खदान बंदी की अपनी घोषणा पर अडिग है।