रायपुर, 4 मई / मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के भेंट-मुलाकात अभियान के पहले दिन सामरी विधानसभा क्षेत्र के कुसमी के बाद दूसरे पड़ाव शंकरगढ़ रहा। जहां उन्होंने शंकरगढ़ के जनपद कार्यालय और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के पोषण पुनर्वास केन्द्र का निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री ने आमजनता से भेंट-मुलाकात के दौरान शंकरगढ़ में कृषि महाविद्यालय खोलने की घोषणा की। उन्होंने जगिमा, पटना होकर कोदोडीपा एनएच-343 के बीच वनभूमि में करीब 7 किमी. सड़क के डामरीकरण, गलफुल्ला नदी में बने पुल की ऊंचाई बढ़ाने, धारानगर से हरिलेटा पहुंच मार्ग पर बिछरी नदी पर पुल निर्माण, ग्राम पोंड़ी खुर्द से जिला जशपुर के ग्राम सुलेशा के बीच दनगरी घाट तक करीब 12 किमी सड़क निर्माण की घोषणा की। इस मौके पर उन्होंने कहा, जोगापाठ की पांच ग्राम पंचायतों में जहां बिजली नहीं पहुंची है, वहां बिजली प्रदाय की व्यवस्था की जायेगी। मुख्यमंत्री ने महुआडीह से भरतपुर के बीच सड़क निर्माण की भी स्वीकृति दी।
मुख्यमंत्री ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के निरीक्षण के दौरान एनआरसी में भर्ती बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में चिकित्सकों और अभिभावकों से जानकारी ली और बच्चों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर चिकित्सकों को हिदायत दी की सभी आवश्यक दवाईयां अस्पताल में उपलब्ध रहे। सभी चिकित्सक जेरेरिक दवाईयां ही लिखे। अस्पताल में आने वाले सभी मरीजों को उपचार की सुविधा मिले। इसका विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि डॉक्टर ओपीडी में उपस्थित रहकर मरीजों का उपचार करें। उन्होंने अस्पताल में सभी जरूरी उपकरणों को चालू हालत में रखने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने जनपद पंचायत कार्यालय का भी आकस्मिक निरीक्षण किया और जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने शंकरगढ़ में जनपद पंचायत कार्यालय के निरीक्षण के दौरान वहां के अधिकारियों से पेंशन भुगतान के बारे में पूछा। उन्होंने जनपद पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत कितने लोगों को कौन-कौन से पेंशन मिल रहा है, इसकी जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों से मुख्यमंत्री पेंशन कैसे स्वीकृत करते हैं इसके बारे में भी पूछा। अधिकारियों ने बताया कि जनपद पंचायत क्षेत्र में मार्च 2022 तक के पेंशन का भुगतान हो चुका है।
मुख्यमंत्री ने पेंशन भुगतान के तरीकों के बारे में भी जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि बैंक खातों के माध्यम से, बैंक सखियों के माध्यम से और पात्र हितग्राहियों को पेंशन का भुगतान नगद भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आमजनता से प्राप्त आवेदनों का समय पर निराकरण किया जाए। हितग्राहियों को अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए बार-बार शासकीय कार्यालयों में आना न पड़े, इसका विशेष ध्यान रखा जाए।